भीलवाड़ा. भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ थाना क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव में अवैध हथकढ़ शराब पीने से 5 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर मांडलगढ़ थाना प्रभारी सहित आबकारी विभाग के अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया था. मंगलवार को जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने भीलवाड़ा शहर के कोतवाली थाना प्रभारी का स्थानांतरण कर उन्हें मांडलगढ़ थाना प्रभारी की जिम्मेदारी सौंप दी गई है.
जिले के मांडलगढ़ थाना क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव में 5 दिन पूर्व अवैध हथकढ़ शराब पीने से एक महिला सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी. उसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर भीलवाड़ा जिला आबकारी अधिकारी सहित मांडलगढ़ क्षेत्र के पुलिस अधिकारी व आबकारी अधिकारी व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था. इस मामले की जांच अजमेर संभाग की संभागीय आयुक्त को सौंपी थी. सारण का खेड़ा मौत के बाद आबकारी आयुक्त सहित राजस्थान के कहीं प्रशासनिक अधिकारी शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाने आए थे. वहीं आज मांडलगढ़ थाना प्रभारी की जिम्मेदारी भीलवाड़ा शहर के कोतवाली थाना प्रभारी नेमीचंद चौधरी को सौंपी है.
जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने आदेश जारी कर कोतवाली थाना प्रभारी नेमीचन्द चौधरी को मांडलगढ़ थाना प्रभारी लगाया है. मांडलगढ़ क्षेत्र में घटना होने के बाद जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते और जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा प्रतिदिन प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं. जिले में अवैध शराब निर्माताओं पर कार्रवाई कर भट्ठियां तोड़ीं जा रही हैं.
मांडलगढ़ क्षेत्र में घटना होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदनशीलता दिखाते हुए मृतक को 2-2 लाख व गंभीर बीमार हुए व्यक्तियों को 50 -50 हजार रूपये की घोषणा की थी. जिनके चेक भीलवाड़ा जिले के मांडल से विधायक रामलाल जाट व आबकारी आयुक्त जोगाराम पटेल ने सौपे थे. वहीं घटना के बाद प्रदेश के जनजाति विकास मंत्री अर्जुन बामणिया ने भी क्षेत्र का दौरा कर शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया.