भीलवाड़ा. जिले में हो रही मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश ने जिला प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है. नगर परिषद की उदासीनता के चलते भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे की कई बस्तियों में अभी भी पानी भरा हुआ है. एक किसान के मकान में पानी भरने से उनके घर में रखा अनाज भी गीला हो गया है. बारिश के बाद हालातों का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम कई जगह पहुंची. जहां, लोगों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि प्रशासन बिल्कुल सतर्क नहीं है. जिससे अभी तक लोगों को किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली है.
जिले के एक दर्जन से ज्यादा बांध ओवरफ्लो हो गये हैं, कई बांधो की चादर चलने के बाद जिले से गुजरने वाली कोठारी, मानसी ,बनास और त्रिवेणी नदी के जरिए बिसलपुर बांध में पानी पहुंच रहा है. कई जगहों पर नाडिया टूटने के बाद लोगों के शिकायत पर जिला प्रशासन के निर्देश पर अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे में पहुंची तो वहां के किसान रामलाल का दर्द छलक पड़ा. उन्होंने कहा कि मैंने खेतों में मेहनत करके कुछ अनाज की उपज की और अनाज उनके घर में ही रखा था, लेकिन नगर परिषद के नालों की तय समय पर सफाई नहीं करने की वजह से बरसात का गंदा पानी उनके मकान में घुस गया और अनाज बर्बाद हो गया.
बता दें कि भीलवाड़ा जिले में बरसात रुकने के बाद भी कई नदी-नालों में पानी की आवक जारी है. सबसे ज्यादा बरसात शुक्रवार सुबह से शनिवार सुबह तक करेड़ा में 115 एम.एम. दर्ज की गई है. परिषद क्षेत्र मे नालों में अवरोध की सफाई करने पहुंचे नगर परिषद के स्वास्थ्य निरीक्षक ज्ञानचंद खोकर ने कहा कि सांगानेर कस्बे में काफी कॉलोनियों में पानी भरा है. जिसकी शिकायत मिलने पर हम साफ-सफाई करने वहां पहुंचे.
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सांगानेर कस्बे के पूर्व पार्षद कैलाश सुवालका ने कहा कि हमने नगर परिषद और नगर विकास न्यास को बार-बार शिकायत करने के बाद भी नाले की सफाई नहीं की गई. जिसका खामियाजा आज हमे भुगतना पड़ रहा है. पूरे कस्बे में पानी भरा हुआ है जिससे लोगों को आवागमन में भी काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अब देखना ये होगा कि मौसम विभाग के भारी बारिश की चेतावनी के बाद. जिले के नालों की सफाई करवाई जाती है या नहीं.