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भीलवाड़ाः प्रशासन की उदासीनता से लोगों की बढ़ रही परेशानी - Administration not alert

भीलवाड़ा जिले में 50 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के बाद भी प्रशासन सतर्क नहीं हो रहा है. ऐसे में कई मकानों और बस्तियों में अभी भी पानी भरा हुआ है. पानी से जिले के एक दर्जन से ज्यादा बांध ओवर फ्लो हो गए हैं. जिसका पानी जिले से गुजरने वाली बनास, त्रिवेणी, मानसी और कोठारी नदी के जरिए बीसलपुर बांध में पहुंच रहा है.

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Published : Aug 17, 2019, 3:45 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में हो रही मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश ने जिला प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है. नगर परिषद की उदासीनता के चलते भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे की कई बस्तियों में अभी भी पानी भरा हुआ है. एक किसान के मकान में पानी भरने से उनके घर में रखा अनाज भी गीला हो गया है. बारिश के बाद हालातों का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम कई जगह पहुंची. जहां, लोगों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि प्रशासन बिल्कुल सतर्क नहीं है. जिससे अभी तक लोगों को किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली है.

प्रशासन की उदासीनता से लोगों की बढ़ रही परेशानी

जिले के एक दर्जन से ज्यादा बांध ओवरफ्लो हो गये हैं, कई बांधो की चादर चलने के बाद जिले से गुजरने वाली कोठारी, मानसी ,बनास और त्रिवेणी नदी के जरिए बिसलपुर बांध में पानी पहुंच रहा है. कई जगहों पर नाडिया टूटने के बाद लोगों के शिकायत पर जिला प्रशासन के निर्देश पर अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे में पहुंची तो वहां के किसान रामलाल का दर्द छलक पड़ा. उन्होंने कहा कि मैंने खेतों में मेहनत करके कुछ अनाज की उपज की और अनाज उनके घर में ही रखा था, लेकिन नगर परिषद के नालों की तय समय पर सफाई नहीं करने की वजह से बरसात का गंदा पानी उनके मकान में घुस गया और अनाज बर्बाद हो गया.

बता दें कि भीलवाड़ा जिले में बरसात रुकने के बाद भी कई नदी-नालों में पानी की आवक जारी है. सबसे ज्यादा बरसात शुक्रवार सुबह से शनिवार सुबह तक करेड़ा में 115 एम.एम. दर्ज की गई है. परिषद क्षेत्र मे नालों में अवरोध की सफाई करने पहुंचे नगर परिषद के स्वास्थ्य निरीक्षक ज्ञानचंद खोकर ने कहा कि सांगानेर कस्बे में काफी कॉलोनियों में पानी भरा है. जिसकी शिकायत मिलने पर हम साफ-सफाई करने वहां पहुंचे.

पढ़ें:पाली: लगातार हो रही बारिश से बांधों में बढ़ा जलस्तर...नाले में बह गई महिला, मौत

सांगानेर कस्बे के पूर्व पार्षद कैलाश सुवालका ने कहा कि हमने नगर परिषद और नगर विकास न्यास को बार-बार शिकायत करने के बाद भी नाले की सफाई नहीं की गई. जिसका खामियाजा आज हमे भुगतना पड़ रहा है. पूरे कस्बे में पानी भरा हुआ है जिससे लोगों को आवागमन में भी काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अब देखना ये होगा कि मौसम विभाग के भारी बारिश की चेतावनी के बाद. जिले के नालों की सफाई करवाई जाती है या नहीं.

भीलवाड़ा. जिले में हो रही मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश ने जिला प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है. नगर परिषद की उदासीनता के चलते भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे की कई बस्तियों में अभी भी पानी भरा हुआ है. एक किसान के मकान में पानी भरने से उनके घर में रखा अनाज भी गीला हो गया है. बारिश के बाद हालातों का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम कई जगह पहुंची. जहां, लोगों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि प्रशासन बिल्कुल सतर्क नहीं है. जिससे अभी तक लोगों को किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली है.

प्रशासन की उदासीनता से लोगों की बढ़ रही परेशानी

जिले के एक दर्जन से ज्यादा बांध ओवरफ्लो हो गये हैं, कई बांधो की चादर चलने के बाद जिले से गुजरने वाली कोठारी, मानसी ,बनास और त्रिवेणी नदी के जरिए बिसलपुर बांध में पानी पहुंच रहा है. कई जगहों पर नाडिया टूटने के बाद लोगों के शिकायत पर जिला प्रशासन के निर्देश पर अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे में पहुंची तो वहां के किसान रामलाल का दर्द छलक पड़ा. उन्होंने कहा कि मैंने खेतों में मेहनत करके कुछ अनाज की उपज की और अनाज उनके घर में ही रखा था, लेकिन नगर परिषद के नालों की तय समय पर सफाई नहीं करने की वजह से बरसात का गंदा पानी उनके मकान में घुस गया और अनाज बर्बाद हो गया.

बता दें कि भीलवाड़ा जिले में बरसात रुकने के बाद भी कई नदी-नालों में पानी की आवक जारी है. सबसे ज्यादा बरसात शुक्रवार सुबह से शनिवार सुबह तक करेड़ा में 115 एम.एम. दर्ज की गई है. परिषद क्षेत्र मे नालों में अवरोध की सफाई करने पहुंचे नगर परिषद के स्वास्थ्य निरीक्षक ज्ञानचंद खोकर ने कहा कि सांगानेर कस्बे में काफी कॉलोनियों में पानी भरा है. जिसकी शिकायत मिलने पर हम साफ-सफाई करने वहां पहुंचे.

पढ़ें:पाली: लगातार हो रही बारिश से बांधों में बढ़ा जलस्तर...नाले में बह गई महिला, मौत

सांगानेर कस्बे के पूर्व पार्षद कैलाश सुवालका ने कहा कि हमने नगर परिषद और नगर विकास न्यास को बार-बार शिकायत करने के बाद भी नाले की सफाई नहीं की गई. जिसका खामियाजा आज हमे भुगतना पड़ रहा है. पूरे कस्बे में पानी भरा हुआ है जिससे लोगों को आवागमन में भी काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अब देखना ये होगा कि मौसम विभाग के भारी बारिश की चेतावनी के बाद. जिले के नालों की सफाई करवाई जाती है या नहीं.

Intro:भीलवाड़ा - भीलवाड़ा जिले में लगातार हुई 50 घंटे कभी रिमझिम तो कभी मूसाधार बारिश के बाद बारिश रुकने के बाद भी प्रशासन सतर्क नहीं होने के कारण कई मकानों व बस्तियों में अभी भी पानी भरा हुआ है । वहीं पानी से जिले के एक दर्जन से ज्यादा बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। जिनका पानी जिले से गुजरने वाली बनास , त्रिवेणी ,मानसी व कोठारी नदी के जरिए बीसलपुर बांध में पहुंच रहा है।


Body:भीलवाड़ा जिले में गुरुवार से शुक्रवार शाम तक हुई कभी मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश से जिला प्रशासन की पोल खोल दी है । जहां नगर परिषद की उदासीनता के चलते भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे की कहीं बस्तियों में अभी भी पानी भरा हुआ है । जिससे किसान रामलाल के मकान में पानी घुसने से उनके घर में रखा अनाज भी गीला हो गया है।

बारिश के बाद हालातों का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम कहीं जगह पहुंची जहां लोगों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि प्रशासन बिल्कुल सतर्क नहीं है । जिससे अभी तक हमारे मकानों में पानी भरा हुआ है । भीलवाड़ा जिले के एक दर्जन से ज्यादा बांध ओवरप्लो हो गये है । जिले में अच्छी मूसलाधार बारिश होने के कारण कई बांधो की चादर चलने के बाद जिले से गुजरने वाली कोठारी, मानसी ,बनास व त्रिवेणी नदी के जरिए बिसलपुर बांध में पानी पहुंच रहा है । भीलवाड़ा जिले के कहीं नाडिया टूटने की शिकायत पर जिला प्रशासन के निर्देश पर अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।

शनिवार को भारी चेतावनी के बाद भी मानसून जिले में बिल्कुल मेहरबान नहीं रहा । लेकिन भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा उपखंड क्षेत्र के टोकरवाड तालाब की पाल कमजोर होने के कारण प्रशासन ने तालाब की पाल पर मिठी के कटे रखकर मजबूत करने का काम शुरू किया।

ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा शहर के उप नगर सांगानेर कस्बे में पहुंची तो वहां के किसान रामलाल का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने कहा कि मैंने खेतों में मेहनत करके कुछ अनाज की उपज कि । व अनाज यहां मेरे घर में रखा था। जहां नगर परिषद द्वारा नालों की तय समय पर सफाई नहीं करने के कारण बरसात का गंदा पानी मेरे मकान में घुस गया और टोटल अनाज गीला हो गया।

बाईट- रामलाल ,किसान

भीलवाड़ा जिले में बरसात रुकने के बाद भी कहीं नदी नालों में पानी की आवक जारी है। सबसे ज्यादा बरसात शुक्रवार सुबह से शनिवार सुबह तक करेड़ा में 115 एम.एम. दर्ज की गई है ।

वही परिषद क्षेत्र मे नालों में अवरोध की सफाई करने पहुंचे नगर परिषद के स्वास्थ्य निरीक्षक ज्ञानचंद खोकर ने कहा कि सांगानेर कस्बे में काफी कॉलोनियों में पानी भरा है ।.जिसकी शिकायत मिलने पर हम जहां भी नाले में अवरोध है और उसको हटा रहे हैं जिससे पानी से लोगों को निजात मिल सके।

बाईट- ज्ञानचन्द खोकर
स्वास्थ्य निरीक्षक नगर परिषद , भीलवाड़ा

वही सांगानेर कस्बे के पूर्व पार्षद कैलाश सुवालका ने कहा कि हमने नगर परिषद व नगर विकास न्यास को बार-बार शिकायत करने के बाद भी नाले की सफाई नहीं की ।जिसका खामियाजा आज हमारे को भुगतना पड रहा है। पूरे कस्बे में पानी भरा हुआ है जिससे लोगों को आवागमन में भी काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

बाईट- कैलाश सुवालका
पूर्व पार्षद

अब देखना यह होगा कि भीलवाड़ा जिले में मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी के बाद पहले ही जिले में बरसात नहीं हो रही हो लेकिन बरसात रुकने के दौरान क्या जिले के नालों की सफाई करवाई जाती है जिससे अब कहीं पर भी पानी भरने की समस्या का लोगों को सामना नहीं करना पड़े।

सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाड़ा





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