भीलवाड़ा. राजस्थान में पुलिस भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. भीलवाड़ा में एक रिश्वतखोर कांस्टेबल और उसका दलाल भीलवाड़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB Action on police Constable in Bhilwara) की टीम के हत्थे चढ़ गए.
भीलवाड़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय में तैनात डीवाईएसपी शिवप्रसाद टेलर ने बताया कि परिवादी का बिजोलिया कस्बे के निवासी अनिल काबरा से रुपयों का लेन-देन था. परिवादी ने अनिल काबरा को रुपये उधार दे रखे थे लेकिन उधार दिये पैसे निकल नहीं रहे थे. ऐसे में परिवादी ने बिजोलिया थाने में मामला दर्ज करा दिया.
मामला दर्ज होने के बाद बिजोलिया थाने के सिपाही मेघ सिंह ने परिवादी से रिश्वत की मांग की. उसने 20 हजार रुपये रिश्वत की डिमांड करते हुए कहा कि वह उधार दिया पैसा निकलवा देगा. दोनों के बीच 17 हजार रुपये में सौदा तय हो गया. परिवादी ने आरोपी कांस्टेबल की शिकायत भीलवाड़ा एससीबी में की.
एसीबी ने 22 नवंबर को शिकायत का सत्यापन करवाया गया. तब तक मेघ सिंह और परिवादी के बीच मामला 15 हजार की रिश्वत तक आ गया था. परिवादी रिश्वत की राशि देने थाने पहुंचा तो आरोपी कांस्टेबल वहां नहीं मिला. सिपाही ने फोन पर जयंत कोली नाम के व्यक्ति को पैसा देने की बात कही. परिवादी ने जयंत कोली को 15 हजार रुपये की रिश्वत दे दी.
कांस्टेबल मेघ सिंह के थाने पर पहुंचने पर एसीबी ने दलाल जयंत कोली और आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार (ACB Action on police Constable in Bhilwara) कर लिया. एसीबी रिश्वत मामले में दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.