भीलवाड़ा. जिले में जलझूलनी एकादशी के अवसर पर भगवान चारभुजा नाथ को जलविहार कराने के दौरान दो अलग-अलग जगहों (Accident in Jaljhulni Ekadashi in Bhilwara ) पर हादसे हुए हैं. जिले के मांडल थाना क्षेत्र के छाजवों का खेड़ा में भगवान चारभुजा को जल विहार कराने के बाद लोग वापस रवाना हो रहे थे. तभी एनिकट में डूब रहे एक बालक को बचाने के लिए दो सगे भाइयों ने छलांग लगा दी. जिसके बाद डूबते बालक को बचा लिया गया, जबकि बचाने के लिए कूदे दोनों भाइयों की मौत हो गई. वहीं दूसरी तरफ करेड़ा थाना क्षेत्र के मेफलियास गांव में भी दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई.
मांडल थाने के एएसआई हरदेव लाल ने कहा कि छाजवों का खेड़ा में ग्रामीण भगवान चारभुजा नाथ को जल विहार कराने एनिकट (4 Drowned in Jaljhulni Ekadashi in Bhilwara) पर ले गए थे. जहां जल विहार के बाद ग्रामीण एनिकट से रवाना हो गए. इस दौरान गांव का ही 14 वर्षीय राहुल कुमावत एनिकट में डूब गया. इसकी भनक लगते ही वहां मौजूद दो सगे भाई 16 वर्षीय गोपाल और 18 वर्षीय बबलु कुमावत ने एनिकट में छलांग लगा दी. ग्रामीणों ने डूबते बालक राहुल को बचा लिया. जबकि गोपाल और उसके भाई बबलु को जब तक बाहर निकाला गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. राहुल को उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है. दो सगे भाइयों की मौत की खबर से छाजवों का खेड़ा में शोक छा गया है.
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वहीं दूसरी तरफ भीलवाड़ा जिले के करेड़ा थाना क्षेत्र में मेफलियास का खेड़ा में जलझूलनी एकादशी पर ग्रामीण भगवान चारभुजा नाथ को जल विहार कराने गए थे. जल विहार के बाद ग्रामीण तालाब से रवाना हो गए. इस दौरान गांव के ही दो बालक 15 वर्षीय मुकेश तेली व 10 वर्षीय प्रवीण सुथार डूब गए. दोनों की मौत मौके पर ही हो गई. सूचना पर करेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से बालकों के शवों को बाहर निकाला. जिन्हें पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया.