भरतपुर. भाजपा सांसद रंजीता कोली पर चौथी बार हुए हमले (Atatck on Ranjeeta Koli) को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. घटना को लेकर कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह (Vishvendra singh statement on Ranjeeta Koli ) ने सोमवार शाम को प्रेस वार्ता आयोजित की. इस दौरान उन्होंने सांसद रंजीता कोली को अपनी छोटी बहन बताते हुए उनपर हुए हमले को लेकर अफसोस जताया. साथ ही उन्होंने सुरक्षा मेंहुई चूक को लेकर एजेंसी को जिम्मेदार बताया है.
मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि सांसद रंजीता कोली (Mining Mafia attacked Ranjeeta Koli) को बचपना छोड़कर, तजुर्बे से काम करना चाहिए. सांसद रंजीता कोली पर हुआ हमला उनकी सुरक्षा में चूक है. यह चूक उस एजेंसी की है जो उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है, यानी वाई सिक्योरिटी. मंत्री ने सुरक्षा एजेंसी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब सांसद पर हमला हुआ तो सुरक्षाबल क्या कर रहे थे? अगर राजस्थान पुलिस से यह लापरवाही होती तो अब तक कार्रवाई हो जाती. लापरवाही का मामला केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी का है तो हम कार्रवाई नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार का सुरक्षाबल अपने सांसद की भी सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है. इसलिए मेरा सांसद से निवेदन है कि वो राजस्थान पुलिस की सुरक्षा ले लें. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि सांसद रंजीता को पुलिस और प्रशासन को सूचना दिए बिना रात के वक्त सफर नहीं करना चाहिए. वाईप्लस सुरक्षा में उनको स्थानीय पुलिस को भी विश्वास में रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि सांसद होने के नाते उनको क्षेत्र में हर जगह जाने का अधिकार है. लेकिन विभागीय अधिकारियों को साथ लेकर कार्रवाई करनी चाहिए.
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विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि सांसद रंजीता कोली को जो ट्रक मिले वो वैध खनन क्षेत्र से रवन्ना (Mining mafia attack in Bharatpur) लेकर जा रहे थे. हालांकि वो ओवरलोडेड थे, जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि रंजीता कोली पहली बार सांसद बनी हैं, बचपना हो जाता है. लेकिन उनको अब बचपना छोड़कर तजुर्बे से काम करना चाहिए. मामले को लेकर रात को ही सांसद धरने पर बैठ गई. जिसके बाद कलेक्टर, एसपी सुबह 3 बजे मौके पर पहुंचे और समझाइश के बाद सुबह 8 बजे मामला दर्ज हुआ. पुलिस पूरे मामले की पड़ताल में जुटी हुई है. सांसद पर पहले के तीन हमलों की भी गहनता से जांच की जा रही है.