भरतपुर. कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन से गुजर रहे पूरे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग राज्यों के लोग फंसे हुए हैं. मार्बल का काम करने गए भरतपुर संभाग के हजारों मजदूर केरल के कन्नूर, कासरगोड जिले में फंसे हुए हैं. इतना ही नहीं उन्हें खाने पीने की समस्या का सामना भी करना पड़ रहा है. ऐसे में केरल में फंसे संभाग के मजदूरों ने राजस्थान सरकार से अन्य राज्यों की सरकारों की तरह ही उन्हें वापस अपने घर पहुंचाने की अपील की है.
केरल के कासरगोड जिले के उदीनूर में फंसे करौली जिले के हिंडौन निवासी मोनू ने बताया, कि वह होली के बाद मार्बल का कार्य करने के लिए वहां गया था. लेकिन कोरोना संक्रमण फैलने के बाद लॉकडाउन हो गया और वह वापस नहीं आ पाया. अब यहां पर सरकार की ओर से घर-घर खाना तो भेजा जा रहा है, लेकिन वह खाना दक्षिण भारतीय लोगों के हिसाब से चावल और मछली भेजा जा रहा है जो कि हमारे अनुकूल नहीं है. ऐसे में खाने की बहुत समस्या हो रही है.
पढ़ेंः जोधपुर में रेजिडेंट डॉक्टर सहित 38 कोरोना पॉजिटिव, एक संदिग्ध की मौत
गृह रक्षा राज्यमंत्री ने किया मुख्यमंत्री से आग्रह...
वहीं शुक्रवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक और वीडियो कॉन्फ्रेंस की. इसमें जिले की वैर विधानसभा के विधायक, गृह रक्षा और कृषि राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से दक्षिण भारत में फंसे भरतपुर संभाग के मजदूरों को सुरक्षित घर लाने की अपील की.
गौरतलब है कि फिलहाल कोटा से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अपने प्रदेश के विद्यार्थियों को बसों के माध्यम से सुरक्षित घर पहुंचाया जा रहा है. ऐसे में विभिन्न प्रदेशों में फंसे राजस्थान के मजदूरों और लोगों को भी अपने प्रदेश की सरकार से घर वापसी कराने की उम्मीद जगी है.