भरतपुर. एक तरफ हमारा देश मेडिकल साइंस में तरक्की कर रहा है. डॉक्टर्स हर बीमारी का इलाज खोजने में लगे में हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसमें अभी भी लोग अंधविश्वास के सहारे मृत बच्चे को जीवित करने में लगे हुए हैं. यह मामला है भरतपुर के आरबीएम अस्पताल का.
दरअसल, एक बच्चे को सांप ने काट लिया. जिसके बाद बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां जिला आरबीएम अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. लेकिन मृत बच्चे के परिजनों ने तांत्रिक से बात की तो तांत्रिक ने दावा किया कि बच्चा तंत्र विद्याओं से फिर जिंदा हो सकता है. जिसके बाद बच्चे को फोन पर तांत्रिक ने मंत्र सुनाया, लेकिन बच्चा जिंदा नहीं हुआ.
8 साल का आयुष जो कठूमर के शेखपुर गांव का रहने वाला था. वह अपनी नानी के घर चिकसाना थाना इलाके के गांव बराखेर में घूमने के लिए आया हुआ था. रविवार को आयुष अपनी नानी के साथ खेत पर गया, तभी उसे वहां किसी जहरीले सांप ने काट लिया. जिसके बाद आयुष के परिजन उसे लेकर जिला आरबीएम अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
यह भी पढ़ें : भोपा के कहने पर परिजन तलवार लेकर अस्पताल पहुंचे आत्मा लेने
ऐसे में अंधविश्वासी परिजनों ने एक तांत्रिक को फोन किया और सारी घटना बताई. तब तांत्रिक ने उनसे एक तंत्र विद्या करवाई और फोन पर ही शव को मंत्र सुनाया गया, लेकिन आयुष जिंदा नहीं हुआ. जिसके बाद तांत्रिक ने कहा कि बच्चे के शव को लेकर वे उसके पास खनुआ आ जाएं. हद तो तब हो गई जब आयुष के परिजन शव को लेकर वहां भी चले गए.