भरतपुर. रूपवास में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद प्रशासन सहित जनप्रतिनिधि सतर्क हो गए हैं. चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि अवैध शराब बिक्री पर सख्ती से लगाम लगाई जाए. उससे पहले शुक्रवार मध्यरात्रि को मंत्री गर्ग, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक समेत कई अधिकारियों ने आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती शराब दुखांतिका के पीड़ितों से जाकर मुलाकात की.
चिकित्सा राज्यमंत्री ने बताया कि पुलिस और प्रशासन की ओर से जिले भर में अवैध शराब निर्माण और अवैध शराब बिक्री के खिलाफ अभियान छेड़ दिया गया है, जिसके तहत गुरुवार को आधा दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही अवैध शराब निर्माण के काम में आ रही भट्टियों को तोड़कर बड़ी मात्रा में वाश को भी नष्ट किया है. मंत्री सुभाष गर्ग ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में अवैध शराब बिक्री में लिप्त लोगों को बख्शा न जाए. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
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मंत्री सुभाष गर्ग ने बताया कि शुक्रवार मध्य रात्रि को जिला कलेक्टर नथमल डिडेल, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई समेत कई अधिकारियों के साथ उन्होंने आरबीएम जिला अस्पताल पहुंचकर शराब दुखांतिका के पीड़ितों से जाकर मुलाकात भी की. साथ ही चिकित्सकों को पीड़ितों के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं. चिकित्सकों ने अस्पताल में भर्ती मरीजों के जल्द स्वस्थ होकर घर लौटने का आश्वासन दिया है. मंत्री सुभाष गर्ग ने बताया कि चक सामरी गांव में भी पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी सुरक्षा दी जा रही है.
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गौरतलब है कि चक सामरी गांव में अब तक जहरीली शराब के सेवन से सात लोगों की मौत हो चुकी है और कई पीड़ितों का भरतपुर के आरबीएम अस्पताल एवं जयपुर के एसएमएस अस्पताल में उपचार चल रहा है. वहीं घटना के बाद सरकार ने इस पूरे मामले में पुलिस और आबकारी विभाग के 16 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है.