भरतपुर. पूरे देश के किसान आंदोलन करते हैं, लेकिन दिल्ली की भाजपा सरकार ने ऐसी हठधर्मिता अपना रखी है कि किसानों की वाजिब मांगों को भी नहीं सुना जा रहा है. किसान आंदोलन को सही ठहराते हुए ये बयान सोमवार को चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने दिया है. इतना ही नहीं, चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने केंद्र सरकार को कृषि संबंधित तीनों कानूनों को वापस लेने की नसीहत भी दी है. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खुद आगे आकर किसानों से बात करने की अपील भी की है.
चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने सोमवार को देश भर के किसानों के आंदोलन को सही ठहराते हुए कहा कि देश के सभी किसान गांधीवादी तरीके से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने हठधर्मिता अपना रखी है. यही वजह है कि केंद्र सरकार किसानों की वाजिब मांगों को भी नहीं मान रही है.
चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें गांधीवादी तरीका अपनाते हुए किसानों के विरोध में लाए गए कृषि संबंधित तीनों कानूनों को तुरंत वापस लिया जाए. साथ ही केंद्र सरकार को खुले मन से किसानों के साथ संवाद स्थापित कर नए सिरे से नया कृषि कानून बनाए.
पढ़ें- डूंगरपुर : कृषि कानून के विरोध में किसानों ने रैली निकालकर किया प्रदर्शन...
मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि मंत्री एवं अन्य मंत्री चर्चाएं करते हैं, लेकिन उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकलता. जबकि देश भर के किसान इतने लंबे समय से सर्दी की रातों में आंदोलनरत हैं. इतना ही नहीं कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल केंद्र सरकार से लगातार किसानों की मांगों को मानने के लिए अपील कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही.
मंत्री गर्ग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वो खुद आगे आएं और किसानों से बात करें. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस किसान आंदोलन को खत्म करने की बागडोर अपने हाथ में लेकर इन हालातों से देश को मुक्ति दिलाने की अपील की है.