भरतपुर. जिले के नगर कस्बे में रहने वाले आकाश सिंह ने अंडर-19 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया. आकाश सिंह के पिता किसान हैं, जबकि मां गृहणी हैं. हालांकि अंडर 19 वर्ल्ड कप 2020 के फाइनल मुकाबले में आकाश सिंह एक भी विकेट नहीं निकाल सके, साथ ही इंडिया टीम को हार का मुंह देखना पड़ा.
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लेकिन उसके बावजूद भी आकाश सिंह के माता-पिता ने कहा, कि इंडिया की टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया और खासकर उनके बच्चे आकाश सिंह का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा और उनको यकीन है, कि आकाश सिंह आगामी समय में भारत के लिए खेलेगा और भारत को जीत दिलाएगा.
फाइनल मैच के दौरान पूरे दिन आकाश सिंह के माता-पिता, भाई और पड़ोसी टीवी पर बैठकर अपने बच्चे का क्रिकेट मैच देखते रहे और टीवी पर बैठकर ही अपने बच्चे की यहीं से हौसलाअफजाई करते रहे.
आकाश सिंह के पिता महाराज सिंह व मां कैला देवी ने बताया, कि उनका बच्चा बचपन से ही क्रिकेट मैच का शौकीन था और क्रिकेट खेलने लग गया था. जिसके बाद जब वह क्लास 6 में था, तब उन्होंने उसका दाखिला बीकानेर की स्पोर्ट्स एकेडमी में कराया. जहां उसने क्रिकेट खेलने की ट्रेनिंग ली और उसके 3 वर्ष बाद आकाश सिंह का दाखिला जयपुर के अरावली स्पोर्ट्स एकेडमी में करा दिया, जहां उसका अच्छा प्रदर्शन रहा और उसी अच्छे प्रदर्शन को देखने के बाद उसको कई मैचों में भारत की तरफ से खिलाया गया और उसी का नतीजा है, कि उनके बेटे आकाश के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में उसका चयन किया गया.
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आकाश सिंह की उम्र 17 वर्ष है. जिसने इसी वर्ष कक्षा 10 पास की है. जो भरतपुर के नगर कस्बे का निवासी है और उसके माता-पिता एक छोटे कृषक हैं, जबकि आकाश सिंह का बड़ा भाई क्रिकेटर बनना चाहता था, लेकिन वो नहीं बन पाया. छोटे भाई आकाश को क्रिकेट खेलने की रुचि थी और उसी रूचि के चलते परिजनों ने क्रिकेट में अपनी प्रतिभा निखारने के लिए आकाश सिंह का सहयोग किया.