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स्पेशल रिपोर्ट: यहां साज है, लेकिन सुर नहीं...शिष्य हैं, लेकिन गुरु नहीं...एक कॉलेज के संगीत विभाग की दशा

भरतपुर संभाग के आरडी गर्ल्स कॉलेज के संगीत विभाग में 34 छात्राएं अध्ययनरत हैं. लेकिन, यहां पिछले के चार साल से किसी संगीत शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है. वहीं, प्राचार्य लता शर्मा ने बताया कि इस संबंध में कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय को कई बार पत्र लिखा जा चुका है.

RD Girls College in Bharatpur, संगीत विभाग की दशा
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Published : Nov 23, 2019, 4:09 PM IST

भरतपुर. संभाग के सबसे बड़े आरडी गर्ल्स कॉलेज के संगीत विभाग में अध्ययनरत 34 छात्राओं को पिछले चार साल से कोई संगीत का शिक्षक नसीब नहीं हुआ है. ईटीवी भारत की टीम ने जब कॉलेज पहुंचकर यहां के संगीत विभाग के हालात के बारे में पता किया तो ये चौंकाने वाली बात पता चली.

हमारी टीम के यहां पहुंचने पर विभाग के कमरों पर ताला लटका हुआ दिखाई दिया. ताला खुलवाने पर विभाग के दो कमरों में वाद्य यंत्रों के साथ धूल और पक्षियों की बीट दिखाई दिए. करीब एक दर्जन तानपुरे पैक भी बताए गए. महाविद्यालय प्रशासन से पूछने पर पता चला कि विभाग की ऑडिट के बाद से ही कमरों का ताला ही नहीं खोला गया.

पढ़ें: बूंदी पीजी कॉलेज के समारोह में पहुंचे मंत्री अशोक चांदना ने दी कई सौगातें

इस संबंध में जब महाविद्यालय की प्राचार्य लता शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि संगीत विभाग में साल 2015 से व्याख्याता का पद रिक्त है. इस संबंध में कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय को कई बार पत्र भी लिखा जा चुका है. लेकिन, अभी तक छात्राओं को संगीत की शिक्षा देने के लिए किसी व्याख्याता की व्यवस्था नहीं हो पाई है.

भरतपुर के आरडी गर्ल्स कॉलेज का संगीत विभाग

प्राचार्य लता शर्मा ने बताया कि संगीत की शिक्षा देने के लिए विभाग की ओर से नियमानुसार कोई व्याख्याता नहीं लगाया गया है, लेकिन छात्राओं को कई बार हिंदी विभाग की एक व्याख्याता द्वारा शिक्षा दिलाई जाती है, जो कि संगीत के बारे में भी ज्ञान रखती हैं.

पढ़ें: स्पेशल: अनूठा विद्यालय...जहां प्रारंभिक शिक्षा के साथ बच्चों को बना रहे संस्कारी, पढ़ा रहे वेद

वैसे बेरोजगारी का मुद्दा तो हर राजनीतिक पार्टी उठाती है, लेकिन राज्य में पिछले चार साल में भाजपा और कांग्रेस दोनों की सत्ता रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि किसी ने इस महाविद्यालय के संगीत विभाग की दशा और यहां की छात्राओं के भविष्य के बारे में ध्यान देते हुए संगीत शिक्षक की नियुक्ति क्यों नहीं की.

भरतपुर. संभाग के सबसे बड़े आरडी गर्ल्स कॉलेज के संगीत विभाग में अध्ययनरत 34 छात्राओं को पिछले चार साल से कोई संगीत का शिक्षक नसीब नहीं हुआ है. ईटीवी भारत की टीम ने जब कॉलेज पहुंचकर यहां के संगीत विभाग के हालात के बारे में पता किया तो ये चौंकाने वाली बात पता चली.

हमारी टीम के यहां पहुंचने पर विभाग के कमरों पर ताला लटका हुआ दिखाई दिया. ताला खुलवाने पर विभाग के दो कमरों में वाद्य यंत्रों के साथ धूल और पक्षियों की बीट दिखाई दिए. करीब एक दर्जन तानपुरे पैक भी बताए गए. महाविद्यालय प्रशासन से पूछने पर पता चला कि विभाग की ऑडिट के बाद से ही कमरों का ताला ही नहीं खोला गया.

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इस संबंध में जब महाविद्यालय की प्राचार्य लता शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि संगीत विभाग में साल 2015 से व्याख्याता का पद रिक्त है. इस संबंध में कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय को कई बार पत्र भी लिखा जा चुका है. लेकिन, अभी तक छात्राओं को संगीत की शिक्षा देने के लिए किसी व्याख्याता की व्यवस्था नहीं हो पाई है.

भरतपुर के आरडी गर्ल्स कॉलेज का संगीत विभाग

प्राचार्य लता शर्मा ने बताया कि संगीत की शिक्षा देने के लिए विभाग की ओर से नियमानुसार कोई व्याख्याता नहीं लगाया गया है, लेकिन छात्राओं को कई बार हिंदी विभाग की एक व्याख्याता द्वारा शिक्षा दिलाई जाती है, जो कि संगीत के बारे में भी ज्ञान रखती हैं.

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वैसे बेरोजगारी का मुद्दा तो हर राजनीतिक पार्टी उठाती है, लेकिन राज्य में पिछले चार साल में भाजपा और कांग्रेस दोनों की सत्ता रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि किसी ने इस महाविद्यालय के संगीत विभाग की दशा और यहां की छात्राओं के भविष्य के बारे में ध्यान देते हुए संगीत शिक्षक की नियुक्ति क्यों नहीं की.

Intro:स्पेशल स्टोरी

भरतपुर.
महीनों से दरवाजे पर लटका ताला, ताला खुलवाया तो पूरा कमरा धूल और पक्षियों की बीट से अटा पड़ा है.. करीब एक दर्जन तानपुरे अलमारियों में पैक हैं, तो वहीं कुछ खुले में रखे तानपुरे और हारमोनियम पर धूल-मिट्टी की परत जमी हुई है। जी हां कुछ ऐसे ही हालात हैं संभाग के सबसे बड़े आरडी गर्ल्स कॉलेज के संगीत विभाग के। कहने को कॉलेज के संगीत विभाग के स्नातक पाठ्यक्रम के तीनों वर्ष में 34 छात्राएं अध्ययनरत हैं लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि विभाग बीते 4 साल से पढ़ाने के लिए कोई भी शिक्षक व्याख्याता / एसोसिएट प्रोफेसर ) नहीं है।


Body:महीनों से नहीं खुला ताला
ईटीवी भारत ने जब कॉलेज पहुंचकर संगीत विभाग के हालात के बारे में पता किया स्थितियां चौंकाने वाली थीं। विभाग के कमरों पर ताला लटका हुआ था। महाविद्यालय प्रशासन से जानकारी करने पर पता चला कि विभाग की ऑडिट के बाद से कमरों का ताला ही नहीं खोला गया है।

धूलधूसरित हो रहे वाद्ययंत्र
कमरों का ताला खुलवा कर जो अंदर के हालात देखें तो कुछ अजीब ही तस्वीर सामने आई। दो कमरों के अंदर कम से कम एक दर्जन तानपुरे, कई हारमोनियम, ढोलक व अन्य वाद्य यंत्र रखे हुए थे। लेकिन इनमें से अधिकतर तानपुरे बक्सों और अलमारियों में पैक थे। जो तानपुरे हारमोनियम और अन्य वाद्य यंत्र खुले में रखे हुए थे वह धूल मिट्टी से अटे हुए थे। इनको देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता था कि ये वाद्य यंत्र महीनों से बजाना तो दूर बल्कि किसी के द्वारा छुए भी नहीं गए थे।



Conclusion:4 साल से बिना गुरु के संचालित हो रहा पाठ्यक्रम
इस संबंध में जब महाविद्यालय की प्राचार्य लता शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि संगीत विभाग में वर्ष 2015 से व्याख्याता का पद रिक्त है। इस संबंध में कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय को कई बार पत्र भी लिखा जा चुका है लेकिन अभी तक छात्राओं को संगीत की शिक्षा देने के लिए किसी व्याख्याता की व्यवस्था नहीं हो पाई है। प्राचार्य लता शर्मा ने बताया कि संगीत की शिक्षा देने के लिए विभाग की ओर से नियम अनुसार कोई व्याख्याता नहीं लगाया गया है लेकिन छात्राओं को कई बार हिंदी विभाग की एक व्याख्याता द्वारा शिक्षा दिलाई जाती है जोकि संगीत के बारे में भी ज्ञान रखती हैं।

बाईट - लता शर्मा, प्राचार्य, आरडी गर्ल्स कॉलेज, भरतपुर।

सादर
श्यामवीर सिंह
भरतपुर।
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