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स्पेशल रिपोर्ट: भरतपुर में डेंगू का प्रकोप तेज....2 महीने में सामने आए 100 केस, 1 की मौत

राजस्थान में डेंगू अपने पैर पसार रहा है. ऐसे में भरतपुर में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. बीते 2 महीने में जिले भर में अब तक 100 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. वहीं एक की मौत हो चुकी है. ताज्जुब की बात यह है कि डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज भरतपुर के शहरी क्षेत्र से सामने आ रहे हैं.

dengue cases in Bharatpur. भरतपुर में डेंगू
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Published : Oct 20, 2019, 6:22 PM IST

Updated : Oct 20, 2019, 7:35 PM IST

भरतपुर. जिले में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. बीते 2 माह में जिले भर में अब तक 100 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. वहीं एक की मौत हो चुकी है. लेकिन इन सब के बीच सबसे ज्यादा मामले डेंगू के भरतपुर शहरी इलाके से सामने आ रहे हैं. विभागीय अधिकारियों की माने तो उनकी तरफ से प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग, एंटी लार्वा और एमएलओ की कार्रवाई लगातार की जा रही है. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि जिले में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है और विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं.

भरतपुर में डेंगू का प्रकोप तेज... 2 महीने में सामने आए 100 केस, 1 की मौत

10 माह में 138 लोग चपेट में, दो की मौत
भरतपुर जिले में जनवरी से अक्टूबर माह तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक डेंगू की चपेट में 138 लोग आ चुके हैं. जिनमें से 100 मरीज सिर्फ 2 महीने में ही सामने आ गए हैं. साथ ही जनवरी से अब तक 2 लोगों की डेंगू की वजह से जान जा चुकी है.

पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: जोधपुर में डेंगू रोगियों का आंकड़ा पहुंचा 400 पार...घर-घर सर्वे का काम शुरू

जिले में सर्वाधिक मरीज शहरी क्षेत्र से (जनवरी से अब तक)

  • भरतपुर शहर से 25 डेंगू मरीज
  • भुसावर व बताना से 18 मरीज
  • नदबई, कुम्हेर और रूपवास से 13-13 मरीज
  • सेवर क्षेत्र से 10 मरीज
  • कामा और नगर क्षेत्र से 4-4 मरीज
  • डीग क्षेत्र से एक मरीज

10 डेंगू मरीजों को ट्रेस नहीं कर पाया विभाग
जिले में सामने आने वाले डेंगू मरीजों की विभाग की ओर से पहचान कर प्रभावित क्षेत्र में फॉगिंग, एंटीलार्वा एक्टिविटी कराई जाती है. लेकिन कई मरीज ऐसे हैं जिनको विभाग अभी तक ट्रेस नहीं कर पाया है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार 10 डेंगू मरीज ऐसे हैं. जिनका अभी तक विभाग को सही पता नहीं मिल पाया है. जिसकी वजह से उन प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक फॉगिंग व एंटीलार्वा की कार्यवाई नहीं कराई जा सकी है.

पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: कोटा में 7 दिन में सामने आए 105 डेंगू रोगी...कहीं 2017 जैसी भयावह स्थिति नहीं बन जाए

दावा: जिले में 26 मशीनों से फॉगिंग
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह का कहना है कि जिले भर में डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में 26 मशीनों से फॉगिंग कराई जा रही है. इनमें से तीन मशीन भरतपुर के शहरी क्षेत्र में फॉगिंग के काम में ली जा रही है. डॉक्टर कप्तान सिंह ने बताया कि बरसात के बाद अनुकूल मौसम मिलने की वजह से मच्छरों का प्रकोप तेज हो गया है. जिसकी वजह से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं. उनका कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में लगातार फॉगिंग के साथ ही एंटीलार्वा और एमएलओ की कार्रवाई जारी है. जिले में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है और विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं.

भरतपुर. जिले में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. बीते 2 माह में जिले भर में अब तक 100 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. वहीं एक की मौत हो चुकी है. लेकिन इन सब के बीच सबसे ज्यादा मामले डेंगू के भरतपुर शहरी इलाके से सामने आ रहे हैं. विभागीय अधिकारियों की माने तो उनकी तरफ से प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग, एंटी लार्वा और एमएलओ की कार्रवाई लगातार की जा रही है. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि जिले में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है और विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं.

भरतपुर में डेंगू का प्रकोप तेज... 2 महीने में सामने आए 100 केस, 1 की मौत

10 माह में 138 लोग चपेट में, दो की मौत
भरतपुर जिले में जनवरी से अक्टूबर माह तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक डेंगू की चपेट में 138 लोग आ चुके हैं. जिनमें से 100 मरीज सिर्फ 2 महीने में ही सामने आ गए हैं. साथ ही जनवरी से अब तक 2 लोगों की डेंगू की वजह से जान जा चुकी है.

पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: जोधपुर में डेंगू रोगियों का आंकड़ा पहुंचा 400 पार...घर-घर सर्वे का काम शुरू

जिले में सर्वाधिक मरीज शहरी क्षेत्र से (जनवरी से अब तक)

  • भरतपुर शहर से 25 डेंगू मरीज
  • भुसावर व बताना से 18 मरीज
  • नदबई, कुम्हेर और रूपवास से 13-13 मरीज
  • सेवर क्षेत्र से 10 मरीज
  • कामा और नगर क्षेत्र से 4-4 मरीज
  • डीग क्षेत्र से एक मरीज

10 डेंगू मरीजों को ट्रेस नहीं कर पाया विभाग
जिले में सामने आने वाले डेंगू मरीजों की विभाग की ओर से पहचान कर प्रभावित क्षेत्र में फॉगिंग, एंटीलार्वा एक्टिविटी कराई जाती है. लेकिन कई मरीज ऐसे हैं जिनको विभाग अभी तक ट्रेस नहीं कर पाया है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार 10 डेंगू मरीज ऐसे हैं. जिनका अभी तक विभाग को सही पता नहीं मिल पाया है. जिसकी वजह से उन प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक फॉगिंग व एंटीलार्वा की कार्यवाई नहीं कराई जा सकी है.

पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: कोटा में 7 दिन में सामने आए 105 डेंगू रोगी...कहीं 2017 जैसी भयावह स्थिति नहीं बन जाए

दावा: जिले में 26 मशीनों से फॉगिंग
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह का कहना है कि जिले भर में डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में 26 मशीनों से फॉगिंग कराई जा रही है. इनमें से तीन मशीन भरतपुर के शहरी क्षेत्र में फॉगिंग के काम में ली जा रही है. डॉक्टर कप्तान सिंह ने बताया कि बरसात के बाद अनुकूल मौसम मिलने की वजह से मच्छरों का प्रकोप तेज हो गया है. जिसकी वजह से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं. उनका कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में लगातार फॉगिंग के साथ ही एंटीलार्वा और एमएलओ की कार्रवाई जारी है. जिले में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है और विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं.

Intro:स्पेशल स्टोरी-
भरतपुर. जिले में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। बीते 2 माह में जिले भर में अब तक 100 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं वहीं एक की मौत हो चुकी है। ताज्जुब की बात यह है कि डेंगू के सर्वाधिक मरीज भरतपुर के शहरी क्षेत्र से सामने आ रहे हैं। विभागीय अधिकारियों की माने तो उनकी तरफ से प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग, एंटी लार्वा और एमएलओ की कार्रवाई लगातार की जा रही है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि जिले में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है और विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।Body:10 माह में 138 लोग चपेट में, दो की मौत
भरतपुर जिले में जनवरी से अक्टूबर माह तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक डेंगू की चपेट में 138 लोग आ चुके हैं जिनमें से 100 मरीज सिर्फ 2 महीने में ही सामने आ गए हैं। साथ ही जनवरी से अब तक 2 लोगों की डेंगू की वजह से जान जा चुकी है।

सर्वाधिक मरीज शहरी क्षेत्र से (जनवरी से अब तक)

भरतपुर शहर से 25 डेंगू मरीज
भुसावर व बताना से 18 मरीज
नदबई, कुम्हेर और रूपवास से 13-13 मरीज
सेवर क्षेत्र से 10 मरीज
कामा और नगर क्षेत्र से 4-4 मरीज
डीग क्षेत्र से एक मरीज

10 डेंगू मरीजों को ट्रेस नहीं कर पाया विभाग
जिले में सामने आने वाले डेंगू मरीजों की विभाग की ओर से पहचान कर प्रभावित क्षेत्र में फॉगिंग, एंटीलार्वा एक्टिविटी कराई जाती है लेकिन कई मरीज ऐसे हैं जिनको विभाग अभी तक ट्रेस नहीं कर पाया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार 10 डेंगू मरीज ऐसे हैं जिनका अभी तक विभाग को सही पता नहीं मिल पाया है जिसकी वजह से उन प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक फॉगिंग व एंटीलार्वा की कार्यवाही नहीं कराई जा सकी है।

दावा: जिले में 26 मशीनों से फॉगिंग
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कप्तान सिंह का कहना है कि जिले भर में डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में 26 मशीनों से फागिंग कराई जा रही है। इनमें से तीन मशीन भरतपुर के शहरी क्षेत्र में फॉगिंग के काम में ली जा रही है। डॉक्टर कप्तान सिंह ने बताया कि बरसात के बाद अनुकूल मौसम मिलने की वजह से मच्छरों का प्रकोप तेज हो गया है जिसकी वजह से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। उनका कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में लगातार फॉगिंग के साथ ही एंटीलार्वा और एमएलओ की कार्रवाई जारी है।Conclusion:जिले में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है और विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।

बाइट 01- डॉ कप्तान सिंह, सीएमएचओ,भरतपुर( हैल्थी, लाइट रंग की शर्ट)

बाइट 02- डॉ अंकित चतुर्वेदी, आयुर्वेदिक चिकित्सक ( ऑरेंज रंग की शर्ट)


सादर
श्यामवीर सिंह
भरतपुर
Last Updated : Oct 20, 2019, 7:35 PM IST
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