भरतपुर. कोरोना संक्रमण के चलते राजस्थान सरकार ने 3 मई तक जन अनुशासन पखवाड़ा मनाने का फैसला किया है. इसके विरोध में भरतपुर शहर के व्यापारियों ने बुधवार को अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. व्यापारियों ने शहर के लक्ष्मण मंदिर चौराहे पर अर्द्धनग्न होकर हाथों में कटोरा लेकर भीख मांगी और अपना विरोध व्यक्त किया. साथ ही सरकार और प्रशासन से दुकानों को खोलने के लिए एक समय निश्चित करने की मांग भी की.
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मांग पूरी नहीं होने पर व्यापारियों ने प्रदर्शन को उग्र करने की चेतावनी भी दी है. व्यापारियों ने बताया कि बीते 1 साल से वह कोरोना संक्रमण का दंश झेल रहे हैं. गत वर्ष भी उन्होंने लॉकडाउन के दौरान काफी घाटा झेला था. अब इस बार सरकार द्वारा फिर से 3 मई तक लगाए गए जन अनुशासन पखवाड़े के चलते फिर से उनका व्यापार ठप हो गया है.
व्यापारियों ने बताया कि भरतपुर शहर में करीब 2000 दुकानें हैं. प्रत्येक दुकान पर करीब 5 कर्मचारी काम करते हैं. ऐसे में जन अनुशासन पखवाड़ा के तहत बंद किए गए बाजार में शहर भर में करीब 10 हजार लोग बेरोजगार हो गए हैं. दुकानदार और दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
ऐसे में व्यापारियों ने राज्य सरकार और प्रशासन से मांग की है कि दुकानों को खोलने के लिए एक निश्चित समय तय कर दिया जाए, जिससे कि कर्मचारियों को रोजगार मिलता रहे और व्यापारियों का व्यवसाय चलता रहे. व्यापारियों ने प्रशासन और राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो सभी व्यापारी उग्र प्रदर्शन करेंगे.