भरतपुर. सैनी समाज का आरक्षण आंदोलन (Saini Reservation issue) बुधवार को भी जारी है. राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह जहां समाज से भरतपुर में बात करने के लिए अड़े हुए हैं वहीं अब सैनी समाज भी आंदोलन स्थल पर ही मंत्री विश्वेंद्र सिंह से बात करने के लिए अड़ गया है. मंत्री विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने सैनी समाज का ही एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता करने के लिए आंदोलन स्थल भेजा था लेकिन उसे बेइज्जत करके भगा दिया. अब वो प्रतिनिधिमंडल से भरतपुर में ही वार्ता करेंगे.
दूसरी ओर संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी का कहना है कि उनका प्रतिनिधि मंडल मंगलवार शाम को भरतपुर संभागीय आयुक्त कार्यालय में गया था. उसने 4 घंटे तक इंतजार किया लेकिन मंत्री विश्वेंद्र सिंह वार्ता करने नहीं आए. अब वो आंदोलन स्थल पर ही मंत्री से वार्ता (reservation protest In Bharatpur) करेंगे. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि वो खुद 2 दिन से प्रतिनिधिमंडल का वार्ता के लिए इंतजार कर रहे थे. बुलाने पर भी वो वार्ता के लिए नहीं आए और मंगलवार को जब सैनी समाज का प्रतिनिधिमंडल भरतपुर आया तो उन्होंने भी वार्ता से मना कर दिया.
अब मंत्री विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि यदि सकारात्मक बात करनी है तो प्रतिनिधि मंडल भरतपुर आएं और समाज के जिन लोगों को बेइज्जत करके भगाया है, उनकी मौजूदगी में समाज के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की जाएगी. मुरारी लाल सैनी ने प्रदेश सरकार पर धमकी देने और उनके बेटे, भतीजे का ट्रांसफर करने का आरोप लगाया था. इस पर मंत्री ने कहा कि सरकार ने किसको धमकी दी ? जिस तरह से इंक्रीमेंट नौकरी का हिस्सा है उसी तरह ट्रांसफर भी नौकरी का हिस्सा है.
उधर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने कहा कि मंगलवार शाम को वो खुद प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता के लिए भरतपुर संभागीय आयुक्त के कार्यालय पहुंचे थे. शाम को 6 बजे से रात 10 बजे तक वहीं मौजूद रहे लेकिन वार्ता में प्रशासनिक अधिकारी तो मौजूद थे लेकिन मंत्री विश्वेंद्र सिंह नहीं आए. मुरारी लाल सैनी का कहना है कि चार 6 घंटे के लिए संघर्ष समिति की कमेटी आंदोलन स्थल से दूर नहीं रह सकती. इसलिए अब वार्ता आंदोलन स्थल पर ही (Bharatpur Protesters Adamant Over Meet) होगी.
समाज की चार मांग: संघर्ष समिति के सह संयोजक वासुदेव ने कहा कि जब हम सड़क पर सो सकते हैं, तो राजस्थान सरकार के मंत्री को सड़क पर वार्ता करने के लिए आने में क्या समस्या है? उन्होंने बताया कि समाज की अब यही मांग है कि आगे जो भी वार्ता होगी सड़क पर सभी के सामने होगी. वासुदेव ने कहा कि अब समाज की राजस्थान सरकार से चार मांग हैं जिनमें सबसे पहली मांग समाज को 12% आरक्षण, समाज के जिन लोगों के खिलाफ पुलिस में मामले दर्ज कराए गए हैं वो सभी वापस लिए जाएं, सरकार से वार्ता का समय निश्चित किया जाए और चौथी मांग संयोजक के बेटे और भतीजे का ट्रांसफर रद्द कर, उन्हें यथास्थिति में रखा जाए.