भरतपुर. कोरोना की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाए जाने पर भरतपुर जिला कलेक्टर ने शहर के कंपनी बाग में लगने वाले ग्रामीण हाट पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी. जिसके बाद कुछ दुकानदार जिला कलेक्टर से मिले तब कलेक्टर ने एक कमेटी का गठन किया और कोरोना की गाइडलाइन की पालना करते हुए ग्रामीण हाट लगने की अनुमति दी गई. इसके बाद मंगलवार को जैसे ही ग्रामीण हाट खुले तभी स्थानीय दुकानदारों ने बाहर के कारोबारियों को हाट में प्रवेश नहीं करने दिया जिसको लेकर हंगामा हो गया.
मौके पर उद्योग विभाग के अधिकारी और मथुरा गेट थाना पुलिस पहुंची और काफी समझाइश के बाद बाजार को सुचारू रूप से शुरू किया गया. दरअसल विगत दिनों ग्रामीण हाट में कोरोना की गाइडलाइन की पालना नही करने और हाट ज्यादा भीड़ होने की वजह से जिला कलेक्टर ने तुरंत एक्शन लिया और ग्रामीण हाट को बंद करने के निर्देश दिए, लेकिन कुछ दुकान मालिक जिला कलेक्टर से मिले और काफी बैठक के बाद एक 11 सदस्यों की कमेटी बनाई गई जो ग्रामीण हाट में सोशल डिस्टेंसिंग, बिना मास्क के कोई अंदर प्रवेश न करें, हाट के अंदर ज्यादा भीड़ न हो इसका भी ध्यान रखे. मंगलवार को जब ग्रामीण हाट खुले तो स्थानीय दुकानमालिकों ने उत्तर प्रदेश के कुछ दुकानदारों को हाट में अंदर नहीं आने को लेकर हंगामा कर दिया.
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हंगामे की सूचना पाकर मथुरा गेट थाना पुलिस और उद्योग विभाग के अशिकारी मौके पर पहुंचे और काफी समझाइश के बाद मामले को शांत करवाया गया. सभी को गाइडलाइन की पालना के निर्देश देने के बाद हाट के अंदर प्रवेश दिया गया.
वहीं, उद्योग विभाग के प्रबंधक का कहना है कि स्थानीय दुकान मालिकों के विरोध था कि बाहर के शहरों से आने वाले दुकानदार कोरोना की गाइडलाइन की पालना नहीं करते इसलिए उन्हें हाट के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाए. सभी से समझाइश की गई की हाट के अंदर जो भी दुकान मालिक दुकान लगाएगा वह कोरोना की गाइडलाइन की पालना करेगा. जिसके बाद हाट को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है.