भरतपुर. पक्षियों के लिए स्वर्ग कहलाने वाले केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में अब पैंथर की भी दहाड़ सुनाई देने लगी है. पर्यटन सीजन शुरू होते ही जहां केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पक्षी पहुंचने लगे हैं तो वहीं यहां पर पैंथर का विचरण भी शुरू हो गया है.
घना प्रशासन को हाल ही में कई क्षेत्रों में पैंथर के विचरण करने के सुराग मिले हैं. पैंथर की मौजूदगी का पता चलते ही घना प्रशासन ने पर्यटकों के लिए जगह-जगह चेतावनी के बोर्ड लगा दिए हैं. वहीं कर्मचारियों को भी सचेत रहने के निर्देश दिए हैं.
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डीएफओ मोहित गुप्ता ने बताया कि घना में पैंथर की मौजूदगी के सबूत मिले हैं. 3 अक्टूबर को घना के क्षेत्र से पैंथर के पग मार्क मिले हैं. हालांकि, अभी तक पैंथर का मूवमेंट घना में लगे कैमरों में कैद नहीं हो पाया है.
चेतावनी बोर्ड भी लगाए, सैलानियों को भी कर रहे आगाह
डीएफओ मोहित गुप्ता ने बताया जिस क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट है, उस क्षेत्र में चेतावनी बोर्ड लगा दिए गए हैं और पर्यटकों को भी आगाह किया जा रहा है कि वह उस क्षेत्र में पैदल या ज्यादा अंदर तक नहीं घूमे. साथ ही घना के कर्मचारियों को भी पैंथर मूवमेंट वाले क्षेत्र पर नजर रखने और समय-समय पर पर्यटकों को आगाह करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि पर्यटन सीजन में घना में देशी और विदेशी करीब 400 प्रजाति के हजारों पक्षी यहां प्रवास करते हैं और लाखों की संख्या में पर्यटक उन्हें देखने के लिए आते हैं. ऐसे समय में पैंथर की मौजूदगी और मूवमेंट के सबूत सामने आने से घना प्रशासन सावचेत हो गया है. पहले भी कई बार घना में पैंथर का मूवमेंट सामने आया है.