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बृज विश्वविद्यालय ने मारी एमएससजे कॉलेज के भवन पर 'कुंडली', शुरू नहीं हो पा रहा कृषि महाविद्यालय का सत्र

भरतपुर में नए कृषि ​महाविद्यालय का सत्र शुरू नहीं हो पा रहा है. वजह है जो भवन इस कॉलेज को आवंटित किया गया, उस पर अब भी महाराजा सूरजमल बृ​ज विश्वविद्यालय ने अपना कब्जा नहीं हटाया है. इसके चलते एडमिशन होने और स्टाफ की नियुक्ति के बावजूद नया सत्र शुरू नहीं हो पा रहा (New session of Agri college in Bharatpur) है. विश्वविद्यालय के कुलपति ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही भवन को महाविद्यालय को सौंप दिया जाएगा.

MSBU not vacating building allotted to college of agriculture, new session still not started
बृज विश्वविद्यालय ने मारी एमएससजे कॉलेज के भवन पर 'कुंडली', शुरू नहीं हो पा रहा कृषि महाविद्यालय का सत्र
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Published : Oct 17, 2022, 5:47 PM IST

Updated : Oct 17, 2022, 11:48 PM IST

भरतपुर. एमएसजे कॉलेज प्रशासन ने 10 साल पहले महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के संचालन के लिए अस्थाई रूप से अपना भवन दिया. अब 2 साल पहले बृज विश्वविद्यालय अपने कुम्हेर स्थित नवीन भवन में स्थानांतरित हो गया, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन उस भवन पर कुंडली मारकर बैठा (MSBU not vacating building allotted to college) है. उधर सरकार ने नवीन कृषि महाविद्यालय के लिए इस भवन को आवंटित कर दिया है, लेकिन भवन पर विश्वविद्यालय का कब्जा होने की वजह से कृषि महाविद्यालय का सत्र शुरू नहीं हो पा रहा है. इस संबंध में विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर आरकेएस धाकरे का कहना है कि वो जल्द ही इस भवन को महाविद्यालय प्रशासन को सौंप देंगे.

राजभवन तक शिकायत: एमएसजे कॉलेज के प्राचार्य डॉ परमजीत सिंह ने बताया कि अगस्त 2020 में बृज विश्वविद्यालय कुम्हेर स्थित अपने नए भवन में शिफ्ट हो गया था. उसके बाद से हम लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन से भवन सौंपने के लिए पत्र व्यवहार कर रहे हैं. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन हमें भवन नहीं सौंप रहा है. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन ने उच्च अधिकारियों समेत राजभवन तक को पत्र भेजकर स्थिति से अवगत करा दिया लेकिन अभी तक हालात जस के तस हैं.

क्यों शुरू नहीं हो पा रहा कृषि महाविद्यालय का सत्र

पढ़ें: Brij University: स्नातक के 3500 विद्यार्थियों का परिणाम रोका, किसी ने ओएमआर शीट तो किसी ने रोल नंबर सही नहीं लिखा

दो साल से पार्किंग बना रखा भवन: प्राचार्य डॉ परमजीत सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की सभी प्रशासनिक और अन्य गतिविधियां नए भवन में संचालित हो रही हैं. कॉलेज के भवन में सिर्फ एक पाठ्यक्रम की क्लास संचालित की जा रही है. जबकि विश्वविद्यालय के पास खुद का पूरा भवन और परिसर है. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय ने ग्लोबल लॉ इंस्टीट्यूट के लिए एक निजी कॉलेज का भवन भी किराए पर ले रखा ह़ै. बावजूद इसके भवन खाली नहीं कर रहे. डॉ सिंह ने बताया कि हकीकत में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेज के भवन को पार्किंग बना दिया है. सुबह के वक्त विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी अपने निजी वाहन से यहां पहुंचते हैं और अपने वाहन कॉलेज के भवन में पार्क करने के बाद बस से विश्वविद्यालय के लिए जाते हैं.

पढ़ें: बृज विश्वविद्यालय में गड़बड़ी: आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन, 5 दिन में देगी रिपोर्ट

16 लाख से अधिक का बिजली बिल बकाया: प्राचार्य ने बताया कि करीब 10 साल से विश्वविद्यालय प्रशासन इस भवन का इस्तेमाल कर रहा है. 16 लाख से अधिक रुपए का बिजली बिल विश्वविद्यालय प्रबंधन पर बकाया है. इस संबंध में भी विश्वविद्यालय प्रबंधन को कई बार सूचित किया, लेकिन बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया. प्राचार्य ने बताया कि बजट घोषणा के तहत भरतपुर में कृषि महाविद्यालय संचालित होना है, जिसके लिए सरकार ने इसी भवन को आवंटित किया है. कृषि महाविद्यालय में 60 विद्यार्थियों का प्रवेश भी हो चुका है और तीन फैकल्टी की नियुक्ति भी हो गई है, लेकिन भवन उपलब्ध नहीं होने की वजह से सत्र शुरू नहीं हो पा रहा है.

पढ़ें: बृज विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाएं रद्द, कैंपस में विद्यार्थियों के प्रवेश पर रोक...हेल्पलाइन पर होगा शिकायतों का निस्तारण

जल्द सौंप देंगे: उधर महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरकेएस धाकरे का कहना है कि भवन परिसर में बरसात का पानी भरा हुआ था, जिसकी वजह से हम कॉलेज प्रशासन को भवन नहीं सौंप पाए. हम अपने लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी तलाश रहे हैं. जल्द ही कॉलेज प्रबंधन को उनका भवन सौंप दिया जाएगा. साथ ही उनका बिजली के बकाया बिल का भी भुगतान कर दिया जाएगा.

भरतपुर. एमएसजे कॉलेज प्रशासन ने 10 साल पहले महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के संचालन के लिए अस्थाई रूप से अपना भवन दिया. अब 2 साल पहले बृज विश्वविद्यालय अपने कुम्हेर स्थित नवीन भवन में स्थानांतरित हो गया, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन उस भवन पर कुंडली मारकर बैठा (MSBU not vacating building allotted to college) है. उधर सरकार ने नवीन कृषि महाविद्यालय के लिए इस भवन को आवंटित कर दिया है, लेकिन भवन पर विश्वविद्यालय का कब्जा होने की वजह से कृषि महाविद्यालय का सत्र शुरू नहीं हो पा रहा है. इस संबंध में विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर आरकेएस धाकरे का कहना है कि वो जल्द ही इस भवन को महाविद्यालय प्रशासन को सौंप देंगे.

राजभवन तक शिकायत: एमएसजे कॉलेज के प्राचार्य डॉ परमजीत सिंह ने बताया कि अगस्त 2020 में बृज विश्वविद्यालय कुम्हेर स्थित अपने नए भवन में शिफ्ट हो गया था. उसके बाद से हम लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन से भवन सौंपने के लिए पत्र व्यवहार कर रहे हैं. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन हमें भवन नहीं सौंप रहा है. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन ने उच्च अधिकारियों समेत राजभवन तक को पत्र भेजकर स्थिति से अवगत करा दिया लेकिन अभी तक हालात जस के तस हैं.

क्यों शुरू नहीं हो पा रहा कृषि महाविद्यालय का सत्र

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दो साल से पार्किंग बना रखा भवन: प्राचार्य डॉ परमजीत सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की सभी प्रशासनिक और अन्य गतिविधियां नए भवन में संचालित हो रही हैं. कॉलेज के भवन में सिर्फ एक पाठ्यक्रम की क्लास संचालित की जा रही है. जबकि विश्वविद्यालय के पास खुद का पूरा भवन और परिसर है. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय ने ग्लोबल लॉ इंस्टीट्यूट के लिए एक निजी कॉलेज का भवन भी किराए पर ले रखा ह़ै. बावजूद इसके भवन खाली नहीं कर रहे. डॉ सिंह ने बताया कि हकीकत में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेज के भवन को पार्किंग बना दिया है. सुबह के वक्त विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी अपने निजी वाहन से यहां पहुंचते हैं और अपने वाहन कॉलेज के भवन में पार्क करने के बाद बस से विश्वविद्यालय के लिए जाते हैं.

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16 लाख से अधिक का बिजली बिल बकाया: प्राचार्य ने बताया कि करीब 10 साल से विश्वविद्यालय प्रशासन इस भवन का इस्तेमाल कर रहा है. 16 लाख से अधिक रुपए का बिजली बिल विश्वविद्यालय प्रबंधन पर बकाया है. इस संबंध में भी विश्वविद्यालय प्रबंधन को कई बार सूचित किया, लेकिन बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया. प्राचार्य ने बताया कि बजट घोषणा के तहत भरतपुर में कृषि महाविद्यालय संचालित होना है, जिसके लिए सरकार ने इसी भवन को आवंटित किया है. कृषि महाविद्यालय में 60 विद्यार्थियों का प्रवेश भी हो चुका है और तीन फैकल्टी की नियुक्ति भी हो गई है, लेकिन भवन उपलब्ध नहीं होने की वजह से सत्र शुरू नहीं हो पा रहा है.

पढ़ें: बृज विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाएं रद्द, कैंपस में विद्यार्थियों के प्रवेश पर रोक...हेल्पलाइन पर होगा शिकायतों का निस्तारण

जल्द सौंप देंगे: उधर महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरकेएस धाकरे का कहना है कि भवन परिसर में बरसात का पानी भरा हुआ था, जिसकी वजह से हम कॉलेज प्रशासन को भवन नहीं सौंप पाए. हम अपने लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी तलाश रहे हैं. जल्द ही कॉलेज प्रबंधन को उनका भवन सौंप दिया जाएगा. साथ ही उनका बिजली के बकाया बिल का भी भुगतान कर दिया जाएगा.

Last Updated : Oct 17, 2022, 11:48 PM IST
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