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स्पेशल स्टोरी: 'अपना घर' में 2 साल बाद बेटियों को मिली लापता मां...फफक-फफक कर रो पड़ी - अपना घर के संस्थापक बीएम भारद्वाज

भरतपुर के अपना घर में रहने वाली एक आश्रित महिला को उसका परिवार मिल गया. आगरा से 2 साल पहले लापता हुई महिला विजयलक्ष्मी को उसका परिवार मंगलवार को अपना घर आश्रम लेने पहुंचा. लापता महिला को अपना घर आश्रम में देखकर उसकी दो बेटियों व पति के आंसू छलक पड़े. जिसके बाद मां-बेटी देर तक गले लग कर रोती रही.

apna ghar in Bharatpur, भरतपुर में अपना घर, लापता महिला बेटियों से मिली
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Published : Nov 6, 2019, 6:57 PM IST

Updated : Nov 6, 2019, 8:34 PM IST

भरतपुर. अपना घर ने एक बार फिर अपनों से अपनों को मिलवा दिया. दो साल पहले आगरा से लापता हुई महिला जो की आपना घर आ गई थी. उसको उसका परिवार मंगलवार को लेने पहुंचा. इस दौरान वो पल आपको भावुक कर देगा. आपकी आंखों में नमी ला देगा. क्योंकि लापता हुई इन बेटियों को उनकी मां जो मिल गई. मां को अपने पास देखकर बेटियों की आंखों छलक पड़ी. आंखों से खुशी की अश्रुधारा बह गई. वो खुशी जो दो साल पहले कहीं खो गई थी. जिसको अब भरतपुर के अपना घर ने वापस लौटा दी है.

'अपना घर' में 2 साल बाद बेटियों को मिली लापता मां...फफक-फफक कर रो पड़ी

वहीं इस दौरान इस भावुक पल को देखकर अपना घर आश्रम के कर्मचारी की भी आंखे नम हो गई. मानसिक रोगी के रूप में दो साल पहले अपना घर पहुंची विजयलक्ष्मी अब अपनी उनकी बेटी प्रेरणा, नवज्योति शर्मा और पति राजाराम के साथ कागजी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आगरा चली गई.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: भाई दूज के दिन बहन को मिला 'सत्यनारायण', 'कौन बनेगा करोड़पति' में दिखी थी झलक

विजयलक्ष्मी यू पहुंची थी अपना घर आश्रम
अपना घर की प्रशासनिक अधिकारी बबीता गुलाटी ने बताया कि 27 नवंबर 2017 को विजयलक्ष्मी घर से निकल गई. तीन दिन बाद ही संयोग से वो भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम पहुंच गई. अपना घर में उसके मानसिक रोग का नियमित उपचार और देखभाल की गई. जिससे वो स्वस्थ हो गई.

तलाशते हुए पहुंचे अपना घर आश्रम
पति राजाराम ने बताया कि करीब 2 साल पहले उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी अचानक घर से निकल गई और काफी ढूंढने पर भी नहीं मिली. अपनी पत्नी को तलाश करते-करते राजाराम शर्मा अपनी बेटियों के साथ अपना घर पहुंचे. यहां बेटी प्रेरणा और नवज्योति शर्मा ने जैसे ही अपनी मां को देखा तो आंखों से आंसू निकल पड़े और मां के गले लग देर तक रोती रही.

apna ghar in Bharatpur, भरतपुर में अपना घर, लापता महिला बेटियों से मिली
बेटियों को चुप कराती मां

पढ़ें- भरतपुर के अपना घर को बिग बी ने भेजी 11 लाख रुपए की आर्थिक मदद

गौरतलब है कि भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम में करीब 3 हजार बीमार, लावारिस व परित्यक्त महिला, पुरुष और बच्चे निवास कर रहे है. यहां इन लोगों की देखभाल के साथ ही उपचार भी किया जाता है. भरतपुर के अपना घर के संस्थापक बीएम भारद्वाज है. जो यहां रहने वाले लोगों की देखभाल करते है. वहीं इससे पहले भाई दूज के दिन एक बहन को उसका बिछड़ा हुआ भाई अपना घर में मिला था.

भरतपुर. अपना घर ने एक बार फिर अपनों से अपनों को मिलवा दिया. दो साल पहले आगरा से लापता हुई महिला जो की आपना घर आ गई थी. उसको उसका परिवार मंगलवार को लेने पहुंचा. इस दौरान वो पल आपको भावुक कर देगा. आपकी आंखों में नमी ला देगा. क्योंकि लापता हुई इन बेटियों को उनकी मां जो मिल गई. मां को अपने पास देखकर बेटियों की आंखों छलक पड़ी. आंखों से खुशी की अश्रुधारा बह गई. वो खुशी जो दो साल पहले कहीं खो गई थी. जिसको अब भरतपुर के अपना घर ने वापस लौटा दी है.

'अपना घर' में 2 साल बाद बेटियों को मिली लापता मां...फफक-फफक कर रो पड़ी

वहीं इस दौरान इस भावुक पल को देखकर अपना घर आश्रम के कर्मचारी की भी आंखे नम हो गई. मानसिक रोगी के रूप में दो साल पहले अपना घर पहुंची विजयलक्ष्मी अब अपनी उनकी बेटी प्रेरणा, नवज्योति शर्मा और पति राजाराम के साथ कागजी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आगरा चली गई.

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विजयलक्ष्मी यू पहुंची थी अपना घर आश्रम
अपना घर की प्रशासनिक अधिकारी बबीता गुलाटी ने बताया कि 27 नवंबर 2017 को विजयलक्ष्मी घर से निकल गई. तीन दिन बाद ही संयोग से वो भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम पहुंच गई. अपना घर में उसके मानसिक रोग का नियमित उपचार और देखभाल की गई. जिससे वो स्वस्थ हो गई.

तलाशते हुए पहुंचे अपना घर आश्रम
पति राजाराम ने बताया कि करीब 2 साल पहले उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी अचानक घर से निकल गई और काफी ढूंढने पर भी नहीं मिली. अपनी पत्नी को तलाश करते-करते राजाराम शर्मा अपनी बेटियों के साथ अपना घर पहुंचे. यहां बेटी प्रेरणा और नवज्योति शर्मा ने जैसे ही अपनी मां को देखा तो आंखों से आंसू निकल पड़े और मां के गले लग देर तक रोती रही.

apna ghar in Bharatpur, भरतपुर में अपना घर, लापता महिला बेटियों से मिली
बेटियों को चुप कराती मां

पढ़ें- भरतपुर के अपना घर को बिग बी ने भेजी 11 लाख रुपए की आर्थिक मदद

गौरतलब है कि भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम में करीब 3 हजार बीमार, लावारिस व परित्यक्त महिला, पुरुष और बच्चे निवास कर रहे है. यहां इन लोगों की देखभाल के साथ ही उपचार भी किया जाता है. भरतपुर के अपना घर के संस्थापक बीएम भारद्वाज है. जो यहां रहने वाले लोगों की देखभाल करते है. वहीं इससे पहले भाई दूज के दिन एक बहन को उसका बिछड़ा हुआ भाई अपना घर में मिला था.

Intro:भरतपुर.
आगरा से 2 साल पहले लापता हुई एक महिला को मंगलवार को उसका परिवार अपना घर आश्रम लेने पहुंचा। लापता महिला को अपना घर आश्रम में देखकर उसकी दो बेटियों व पति के आंसू छलक पड़े। मां-बेटी देर तक गले लग कर रोती रही। वही मां-बेटी के मिलन को देखकर अपना घर आश्रम के कर्मचारी भी भावुक हो उठे। मानसिक रोगी के रूप में दो साल पहले अपना घर पहुंची विजयलक्ष्मी मंगलवार को अपनी बेटी प्रेरणा, नवज्योती शर्मा और पति के साथ आगरा के लिए अपने घर चली गई।Body:विजयलक्ष्मी यू पहुंची थी अपना घर आश्रम

अपनाघर की प्रशासनिक अधिकारी बबीता गुलाटी ने बताया कि 27 नवंबर 2019 को विजयलक्ष्मी घर से निकल गई। तीन दिन बाद ही संयोग से वो भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम पहुंच गई। अपना घर में उसके मानसिक रोग का नियमित उपचार और देखभाल की गई। जिससे वो स्वस्थ हो गई।

तलाशते हुए पहुंचे अपना घर आश्रम
पति राजाराम ने बताया कि करीब 2 साल पहले उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी अचानक घर से निकल गई और काफी ढूंढने पर भी नहीं मिली।
अपनी पत्नी को तलाश करते-करते राजाराम शर्मा अपनी बेटियों के साथ अपना घर पहुंचे। यहां बेटी प्रेरणा और नवज्योति शर्मा ने जैसे ही अपनी मां को देखा तो आंखों से आंसू निकल पड़े और मां के गले लग देर तक रोती रही। वहीं पास में खड़ा पति राजाराम भी भावविभोर हो गया। परिजन कागजी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद विजयलक्ष्मी को अपने साथ आगरा ले गए।Conclusion:गौरतलब है कि भरतपुर स्थित अपना घर आश्रम में करीब 3 हजार बीमार, लावारिस व परित्यक्त महिला, पुरुष और बच्चे निवास कर रहे है। यहां इन लोगों की देखभाल के साथ ही उपचार भी किया जाता है।

सादर
श्यामवीर सिंह
भरतपुर
Last Updated : Nov 6, 2019, 8:34 PM IST
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