भरतपुर. महाराष्ट्र के राज्य मंत्री बग्गा सिंह बच्चू भाऊ कडू के नेतृत्व में किसान आन्दोलन में शामिल होने जा रहे सैकड़ों किसानों को गुरुवार को हरियाणा बॉर्डर पर रोक दिया गया है. भरतपुर के जुरहरा थाना क्षेत्र से सटे बॉर्डर पर हरियाणा प्रशासन ने किसानों को प्रवेश देने से रोक दिया है. इस पर राज्य मंत्री बच्चू भाऊ धरने पर बैठ गए हैं. बाद में प्रशासन के साथ वार्ता हुई, जिसमें 10 बाइक सवारों को हरियाणा में प्रवेश दे दिया गया है.
महाराष्ट्र के सैकड़ों किसान राज्यमंत्री बच्चू भाऊ के नेतृत्व में भरतपुर के हरियाणा से लगे जुरहरा थाने के बॉर्डर से पलवल होते हुए किसान आन्दोलन में शामिल होने दिल्ली जा रहे थे, लेकिन जुरहरा के पास बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस के अधिकारी पहले ही भारी पुलिस बल के साथ तैनात थे. शाम को किसान आन्दोलन का काफिला बाइक और गाड़ियों के साथ बॉर्डर पर पहुंचा, जिसे पुलिस ने रोक दिया है. जिस पर आन्दोलनकारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
इस दौरान मंत्री ने प्रशासन के साथ वार्ता की, जिस पर केवल 10 बाइक सवारों को ही हरियाणा में प्रवेश पर सहमति बनी. शेष काफिले को वापस लौटा दिया है. मंत्री बच्चूभाऊ ने बताया कि हरियाणा प्रशासन के साथ 10 बाइक सवारों को पलवल होकर दिल्ली जाने पर सहमति बनी है. शेष काफिले को वापस भेज दिया है. हरियाणा के पुन्हाना एसडीएम कुलवीर सिंह ढागा ने बताया कि हरियाणा में कोविड-19 के तहत धारा 144 लगी है. काफिले में अधिक संख्या में लोग होने से रोका है. 10 बाइक सवारों को जाने दिया है.
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र के किसानों का दल बुधवार को किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए भरतपुर के रास्ते दिल्ली जा रहा था, लेकिन बुधवार शाम उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर रारह के पास भी उत्तर प्रदेश प्रशासन ने किसानों के दल को उत्तर प्रदेश में प्रवेश नहीं दिया है. ऐसे में किसानों का दल रात को भरतपुर में ही रुका है. उसके बाद दल गुरुवार को हरियाणा के रास्ते किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए जा रहा था, जहां हरियाणा सरकार ने भी सभी किसानों को प्रवेश देने से इनकार कर दिया है.