भरतपुर. शहर में स्थित एक शराब ठेके को बंद कराने के लिए एक मोहल्ले की सैकड़ों महिलाएं हाथों में डंडे लेकर शराब की दुकान पर एकत्रित हो गई और दुकान को बंद कराने की जिद करते हुए विरोध शुरू कर दिया. इस दौरान महिलाओं की भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ती हुई दिखाई दी.
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश कर महिलाओं को वापस अपने घर भिजवाया. महिलाओं का आरोप है कि उनके मोहल्ले में शराब की दुकान नहीं खुलनी चाहिए क्योंकि, शराब के सेवन से उनके मोहल्ले के कई व्यक्ति और युवक जान गंवा चुके हैं. इसके अलावा शराब का नशा कर घर आने पर लोग अपनी पत्नियों की पिटाई करते हैं और मजदूरी कर जो भी कमाते है उसकी शराब पी जाते हैं. ऐसे में फिर परिवार का पालन पोषण कैसे होगा.
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बता दें कि मसला कोतवाली क्षेत्र के बड़ा मोहल्ला का है. जब लॉकडाउन के दौरान कई दिनों बाद आज शराब की दुकान खुली थी लेकिन, उसका पता चलते ही परेशान महिलाएं सैकड़ों की तादाद में वहां शराब की दुकान पर इकट्ठी हो गयी और विरोध शुरू कर हंगामा खड़ा कर दिया.
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प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के अनुसार लॉकडाउन में लम्बे समय तक शराब के ठेके बंद होने से उनके घरों और मोहल्ले में बेहद सुख चैन रहा पर अब सरकार द्वारा फिर से शराब की दुकानों को खोलने के निर्णय के बाद उनके लोग फिर से शराब का सेवन करेंगे और जो रूपये कमाते हैं उसकी शराब पीयेंगे और महिलाओं के साथ मारपीट करेंगे.
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पुलिस के अनुसार मोहल्ले में शराब की दुकान खुली थी. लेकिन, वहां मोहल्ले की महिलाएं इकट्ठी हो गयी और विरोध शुरू कर दिया, जिसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. महिलाओं का कहना है कि इसलिए शराब की दुकान को नहीं खुलने देंगे. करीब 300-400 महिलाएं विरोध प्रदर्शन में शामिल थी, जिनको समझाइश कर घरों को भेज दिया गया है.