पीलू का पुरा (भरतपुर). बयाना के पीलू का पुरा में 10वें दिन मंगलवार को भी गुर्जर समाज की ओर से आंदोलन जारी रहा. मंगलवार को रेलवे ट्रैक पर गुर्जर नेता हरदेव पावटा ने अशोक चांदना पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री अशोक चांदना वार्ता के बाद जाते-जाते गुर्जर समाज को दीपावली के तोहफे के रुप में मुकदमे दे गए हैं. वहीं मंगलवार को नोएडा से गुर्जर समाज का करीब 15 लोगों का दल पीलू का पुरा आंदोलन स्थल पर पहुंचा और विरोध का समर्थन किया.
जो आंदोलन में शामिल नहीं उनपर भी मुकदमे
हरदेव पावटा ने कहा कि मुकदमे में नामजद किए अधिकांश वे छात्र हैं जो कि आंदोलन से दूर हैं. फिर भी रंजिशवश उनको फंसाया गया है. इसके अलावा अन्य कुछ और भी लोग हैं जो ट्रैक पर नहीं आए, उन्हें भी फंसाया गया है. उन्होंने आरोप लगाते कहा कि नामजद आरोपियों में करीब 60 लोग ऐसे हैं जो आंदोलन से दूरी बनाए हुए थे, फिर भी उनके नाम इसमें जोड़े गए हैं. उदाहरण के तौर पर उन्होंने बताया कि राजाराम अड्डा जो कि ट्रैक पर स्वास्थ्य खराब होने के कारण नहीं आए थे लेकिन उनका नाम रिपोर्ट में लिखा गया है.
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गुर्जर नेता विजय बैंसला का आरोप था कि सरकार ही खुद रास्ते जाम कर रही है और गुर्जर समाज के लोगों पर इसका आरोप लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बयाना मार्ग पर गणेश मोड़ पर ही पुलिस वाहनों को डायवर्ट कर रही है. इधर सूरौठ के पास भी पुलिस वाहनों को डाइवर्ट कर रही है. हालांकि यह भी हकीकत है कि पीलू का पुरा पर आंदोलनकारियों ने दो जगह रास्ता जाम कर रखा है.
इंटरनेट बंद होने से बढ़ी परेशानी
इधर भरतपुर जिले के अन्य कस्बों व शहर में भी मंगलवार शाम से इंटरनेट सेवाएं बाधित हो गईं. इंटरनेट सेवा बंद होने से आमजन पूरी तरह से परेशान हो गया है. पिछले 11 दिन से इंटरनेट सेवा बंद है. इससे ई-मित्र संचालक, व्यापारी व छात्र वर्ग परेशान है.
संत भी ट्रैक पर पहुंचे
मंगलवार शाम को रूद्र विशाल महाकाल संत भी रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और आंदोलनकारियों से बात की. महाकाल संत ने कहा कि मांग करना संवैधानिक अधिकार है. अब आंदोलन करने के लिए तरीका क्या है यह अपने-अपने विवेक की बात है. उन्होंने यह भी कहा की उग्र आंदोलन करने की बजाय व्यापक रूप से किया जाए तो ज्यादा उचित रहेगा.