भरतपुर. राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जिले के यूआईटी के ऑडिटोरियम में महिला अधिकारिता विभाग की ओर से बालिका दिवस समारोह मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर नथमल डिडेल रहे. इसके अलावा महिला अधिकारिता विभाग के सभी अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे.
इस कार्यक्रम में 21 बालिकाओं का सामूहिक जन्मोत्सव मनाया गया. जिला कलेक्टर ने सभी 21 बालिकाओं से केक कटवाया. साथ ही 21 बालिकाओं को उपहार दिया गया. इसके अलावा कला, खेल और शिक्षा में अव्वल रहने वाली 14 बालिकाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी बालिकाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और ऑडिटोरियम में मौजूद सभी व्यक्तियों को 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ' की शपथ दिलाई गई.
साथ ही कार्यक्रम में घूंघट प्रथा को लेकर भी एक नई पहल की शुरुआत की गई. कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों की ओर से घूंघट प्रथा खत्म करने के लिए हस्ताक्षर अभियान की भी शुरुआत की गई.
इस मौके पर जिला कलेक्टर ने कहा कि समाज में बेटियों को कोई भार न समझें और बेटियों का जन्म दिन भी वैसे ही मनाएं जैसे बेटों के जन्म दिन मनाया जाता है. क्योंकि राज्य सरकार बेटियों के जन्म से उनकी पढ़ाई तक के लिए कई स्कीमें चला रही है. आज समाज को लिंगानुपात को सुधारने की जरूरत है, क्योंकि लड़की लड़कों से कम नहीं होती.