भरतपुर. जिले की बयाना तहसील के गांव खेरली गड़ासिया में गुरुवार देर शाम चार नाबालिग बालकों को गांव से बाहर सड़क पर 500-500 के नोट पड़े मिले. बालक वो नोट उठाकर घर पहुंच गए लेकिन जैसे ही परिजनों को इसकी जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत चारों बालकों को पहले स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और वहां से गांव के ही क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचा दिया. वहीं चिकित्सकों ने इसकी पूरी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी है.
ग्रामीण निर्भय सिंह ने बताया कि उसका भतीजा गांव के ही अन्य तीन बालकों के साथ गांव के बाहर खेलने गया था. लेकिन गांव के बाहर सड़क पर उन चारों बालकों को 500-500 रुपए के नोट पड़े हुए दिखे. बालक नोट उठाकर घर पहुंचे और परिजनों को घटना की जानकारी दी. ग्रामीण हरिओम ने बताया कि जैसे ही बालक ने इसकी जानकारी दी उसे तुरंत गांव के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. जहां पर 500-500 रुपए के नोट जमा कराए और चिकित्सकों ने चारों बालकों को गांव के ही सीनियर सेकंडरी विद्यालय में स्थापित क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया. सूचना मिलने पर पुलिस गांव पहुंची और सैनिटाइज करने के बाद 500-500 रुपए के नोट को जप्त किया गया.
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बालकों को सड़क पर 500-500 के नोट मिलने की सूचना जैसे ही गांव में फैली वहां हड़कंप मच गया. लोग नोट मिलने की घटना को कोरोना संक्रमण की आशंका से जोड़कर चर्चा करने लगे. गौरतलब है कि भरतपुर जिले के बयाना तहसील के कसाईबाड़ा में अब तक 37 कोरोना मरीज और पूरे जिले में 43 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. गांव खेरली गड़ासिया भी बयान तहसील में स्थित है। ऐसे इस घटना से ग्रामीण डरे नजर आये.