भरतपुर. डीप बोर से गर्म पानी किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गया है. क्योंकि, यह इतना ज्यादा गर्म होता है कि उससे सिंचाई करते ही फसल झुलस जाती है. वहीं फसल की सिंचाई करने से किसान के फफोला तक पड़ जाते हैं और फसल जलकर नष्ट हो जाती है. इससे बचाव को डीप बोर मालिक गर्म पानी को हौदनुमा पोखर में ठण्डा कर फसल में देते हैं.
वहीं ग्रामीणों के मुताबिक गांव नरहपुर क्षेत्र में करीब 40-50 डीप बोर लगे हुए हैं. जो खौलता पानी उगलते हैं, जिसका फसल में उपयोग करना कठिन है. पानी को ठण्डा कर फसल में देते हैं. मीणा की ढाणी निवासी विमला मीणा ने बताया कि यहां लगे समस्त डीप बोर गर्म पानी देते हैं, जिस पानी से चाय बन जाती है और चावल तक उबल जाते हैं.
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वहीं लुपिन के अतिरिक्त सीपीएम डॉ. भीम सिंह ने बताया कि भरतपुर जिला में कई स्थान पर धरती से गर्म पानी निकलता है. गांव नरहपुर, सुहारी, मन्नू वाली, कारवान, मीणा की ढाणी आदि स्थान के करीब 70-80 डीप बोर गर्म पानी देते हैं, जिसका सीधा उपयोग करना फसल को नुकसान दायक है. वहीं लुपिन के अधिशासी निदेशक सीताराम गुप्ता से गर्म पानी वाले डीपवोर पर चर्चा की जाएगी. उसके बाद सर्वे करवाकर किसान की मदद कर गर्म पानी को ठण्डा पानी करने का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा.
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इस वजह से आता है डीपबोर से गर्म पानी...
जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में यह समस्या पिछले कई साल से है. क्योंकि यहां ज्यादा गहराई वाले कुओं में पानी जिन चट्टानों के बीच से रिसाव होकर आता है. उनमें सल्फर की मात्रा अधिक होगी. इसी के संपर्क में आने से पानी अत्यधिक गर्म हो जाता है. हालात ये है कि यहां गर्म पानी की समस्या इतनी भयंकर है कि इससे प्लास्टिक के साथ-साथ लोहे के पाइप भी कुछ ही दिन में खराब होने लगे हैं.