भरतपुर. देश एक तरफ कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है और फर्जी डॉक्टर्स जमकर जनता को उल्लू बनाकर उनके जेब पर हाथ फेर रहे है. गुरुवार को भरतपुर में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की टीम ने एक ऐसे ही झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की और मरीजों को भर्ती करने वाली जगह को सीज किया.
दरअसल, शहर के कोतवाली चौराहे पर हमदर्द के नाम से एक मेडिकल की दुकान है जो कि मरीजों को दवा देता है उसके साथ ही भर्ती कर उनका इलाज भी करता है और वो भी बिना डिग्री के. नरेश खत्री नाम का ये डॉक्टर बीते काफी समय से इस काम को कर रहा है, लेकिन लॉकडाउन के बाद जिला प्रशाशन काफी सख्त नजर आ रहा है. गुरुवार को जिला प्रशाशन को शिकायत मिली थी, कि एक झोलाछाप डॉक्टर मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज कर रहा है, जिसके बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और कार्रवाई को अंजाम दिया.
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ADM सिटी राजेश गोयल ने बताया, कि लॉकडाउन के दौरान प्रशासन को शिकायत मिल रही थी कि कुछ ऐसे डॉक्टर्स है जिनके पास कोई डिग्री नहीं है और उसके बावजूद भी मरीजों का इलाज कर रहे है. जिसके बाद डिप्टी सीएमएचओ और ड्रग इंसपेक्टर ने इस बात को सुनिचित किया, जिसके बाद जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची तो पाया कि नरेश खत्री ने अपनी दुकान के सामने एक वार्ड बनाया हुआ है, जिसमें मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया जाता है. जिसके बाद फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू की. वहीं, पुलिस ने दुकान के लाइंसेंस को 05 दिनों के लिए निरस्त कर दिया.