भरतपुर. संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में तैनात चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही किस कदर हावी है, इसका पता तब चला, जब अस्पताल में भर्ती एक डेंगू पीड़ित मरीज को हार्ट अटैक को रोकने वाला इंजेक्शन लगा दिए जाने का मामला सामने आया. मरीज को दूसरा इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी हालत तुरंत गंभीर हो गई और उसे देख परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया. बाद में चिकित्सा कर्मियों ने तुरंत मरीज की हालत को काबू में लाने के लिए उसका उपचार शुरू किया.
दरअसल, एक वार्ड में डेंगू पीड़ित मरीज था और उसके पास ही दूसरे बैड पर हार्ट अटैक से पीड़ित मरीज था. जहां चिकित्सा कर्मी हार्ट अटैक के मरीज को इंजेक्शन लगाने आया था. मगर उसने वह इंजेक्शन डेंगू पीड़ित मरीज को लगा दिया. जिसके बाद मरीज की तबीयत खराब हो गई और अस्पताल के चिकित्सा कर्मियों के हाथ पैर फूल गए. वहीं इस लापरवाही को लेकर मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया.
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दरअसल, जिले के रूपवास कस्बे का निवासी हरेंद्र सिंह डेंगू होने के कारण इलाज के लिए गत 21 सितम्बर को आरबीएम अस्पताल में भर्ती हुआ था. जहां उसका इलाज चल रहा है और उसके पास ही दूसरे बैड पर एक हार्ट अटैक से पीड़ित मरीज भी भर्ती है. लेकिन चिकित्साकर्मी ने हार्ट अटैक वाला इंजेक्शन डेंगू पीड़ित मरीज को लगा दिया. डेंगू पीड़ित मरीज हरेंद्र सिंह रशिया से एमबीबीएस कर चुका है और फिलहाल दिल्ली में प्रैक्टिस कर रहा है. वहीं अस्पताल पीएमओ का कहना है कि यह मामला उनकी जानकारी में आया है. इस पूरे मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.