भरतपुर. बैसोरा गांव निवासी पीड़ित राजेश कुमार शर्मा और छोटा भाई रामेश्वर नोएडा में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं. जनवरी 2022 को करौली के अतीपुरा निवासी भरत शर्मा, धौलपुर के सोहां निवासी मनोज और रूपवास के औड़ेला निवासी शिवराम दुबे उर्फ भगत उसके घर आए. उन्होंने उसकी मां कमलेश से दोनों बेटों राजेश और रामेश्वर की शादी फिरोजाबाद (यूपी) के रहने वाले उनके किसी परिचित की दोनों बेटियों से कराने की बात कही लेकिन शादी कराने के लिए 7 लाख रुपए की मांग (brides looted in laws in Bharatpur) की.
जैसे तैसे मां ने इकट्ठे किए 7 लाख: राजेश ने बताया कि उसकी मां बिचौलियों के झांसे में आ गई और उसने कर्जा लेकर 7 लाख रुपए इकट्ठा किए. 17 फरवरी को तीनों बिचौलिए प्रीति व चांदनी, कुलदीप, नारायण और उनके पिता गांव बैसोरा आ गए. यहां पर शादी की सभी रस्में पूरी की गई. अगले दिन तीनों बिचौलिए 7 लाख रुपए लेकर दोनों लड़कियों को छोड़कर (Sisters Married To Brothers from Bharatpur) चले गए.
नकदी, जेवरात ले भागीं: पीड़ित ने बताया कि शादी के 5 दिन बाद ही राजेश और रामेश्वर नौकरी पर नोएडा चले गए. पीछे से 5 मार्च को बिचौलिए और लड़कियों के भाई उनके घर बैसोरा आए. घर पर केवल प्रीति और चांदनी ही थी. उनकी मां कमलेश खेतों में काम करने गई हुई थी. पीछे से दोनों दुल्हन बहनें घर में रखे सोने चांदी के जेवरात और 20 हजार की नकदी (Brides fled with cash and jewellery in Bharatpur) समेत कपड़ों से भरे दो सूटकेस लेकर भाग गईं.
बिचौलिए ने रखी 2 लाख की डिमांड: शाम को मां कमलेश घर लौटी तो दोनों दुल्हनें गायब मिलीं. जब कहीं कुछ पता नहीं चला तो मां कमलेश ने बेटा को फोन कर बताया. इसके बाद राजेश और रामेश्वर गांव आए और उन्होंने शादी कराने वाले बिचौलिये भरत को फोन किया. बिचौलिए ने साफ कह दिया कि 2 लाख और देने पर ही दोनों दुल्हनें वापस आएंगी.