भरतपुर. बर्डिंग वीक के तहत शनिवार को भरतपुर सहित 200 देशों के पक्षी प्रेमियों ने बर्ड वॉचिंग की. करीब 9 घंटे तक (Bharatpur birding week) चली बर्ड वॉचिंग के दौरान सभी में भारत में सर्वाधिक 512 प्रजाति के पक्षी नजर आए. इनमें भी भरतपुर क्षेत्र में 257 प्रजाति के पक्षी चिह्नित किए गए. हालांकि मौसम खराब होने की वजह से पक्षी प्रेमी पूरी एकाग्रता के साथ बर्ड वॉचिंग नहीं कर पाए. लेकिन यह आंकड़ा कल शाम तक और बढ़ने की उम्मीद है.
आयोजक विष्णु सिंह ने बताया कि तीन दिवसीय बर्डिंग वीक के दूसरे दिन शनिवार सुबह भरतपुर की 24 टीमों में 213 पक्षी प्रेमी, नेचर गाइड (Bird Watching in Bharatpur) और विद्यार्थी बर्ड वाचिंग के लिए अलग-अलग क्षेत्रों के लिए रवाना हुए. सुबह करीब 7.30 बजे से शाम करीब 5 बजे तक सभी टीमों ने अलग-अलग क्षेत्रों में पक्षियों की प्रजातियों की गणना की और उनका ऑनलाइन डेटा अपलोड किया. सभी टीमों को सुबह केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य द्वार से रवाना किया गया. इनमें से 20 टीमों ने केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के अलग-अलग ब्लॉक में बर्ड वॉचिंग की. वहीं अन्य टीमें रूपवास, धौलपुर, रारह, संतरूक, कुम्हेर, मलाह आदि क्षेत्रों में पक्षियों की गणना की.
तीन दुर्लभ प्रजाति नजर आईं : अंसार खान ने बताया कि बर्ड वॉचिंग के दौरान धौलपुर क्षेत्र में करीब तीन प्रजातियों के ऐसे पक्षी भी नजर आए, जो सामान्य तौर पर भरतपुर संभाग में नजर नहीं आते. संभाग के धौलपुर में पेंटेड स्परफाउल, पेंटेड सैंड ग्राउज, इंडियन ब्लू रॉबिन नजर आई हैं. अंसार खान ने बताया कि इंडियन ब्लू रॉबिन पक्षी सामान्य तौर पर वेस्टर्न घाट या हिमालय क्षेत्र में देखने को मिलता है. इनके साथ ही करीब 10 ऐसी प्रजाति के पक्षी नजर आए हैं जो सामान्यतः इस क्षेत्र में नहीं दिखते.
इस देश में इतनी प्रजाति दिखीं
- भारत - 512
- ऑस्ट्रेलिया - 492
- मलेशिया - 369
- थाईलैंड - 329
- चीन - 226
- ताइवान - 202
- श्रीलंका - 178
- इंडोनेशिया - 157
- दक्षिण अफ्रीका - 145
बर्ड वाचिंग टीम में अंसार खान, डीडी शर्मा, लक्ष्मण सिंह, महेंद्र सिंह, गजेंद्र, डॉ अंजू पाठक, सुनील गौड़, हरीश शर्मा समेत 213 लोग शामिल थे. रविवार को भरतपुर बर्डिंग वीक का समापन होगा.