भरतपुर. लॉकडाउन के बीच शराब की दुकान खोलने के सरकार के फैसले के बाद ठेकों के सामने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराना एक चुनौती बन गया है. प्रदेश के कई शहरों से शराब खरीददारों को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती करने के समाचार भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में भरतपुर जिले के नदबई एसडीएम ने शराब की दुकानों के सामने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने के लिए एक अनूठा आदेश निकाला है. नदबई क्षेत्र में अब उन्हीं को शराब मिलेगी, जो लोग छाता और मास्क लगाकर शराब खरीदने पहुंचेगे.
इसलिए निकाला यह अनूठा आदेश
नदबई एसडीएम जवाहरलाल जैन ने बताया कि लाख समझाइश के बावजूद शराब की दुकानों के सामने लोग सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे थे और वहां पर भीड़ भी उमड़ रही थी. ऐसे में संक्रमण के खतरे को देखते हुए आदेश निकाला गया कि जो व्यक्ति साथ में छाता लेकर आएगा और मुंह पर मास्क लगाकर आएगा. सिर्फ उसी को शराब मिल सकेगी. जो व्यक्ति इस आदेश की पालना नहीं करेगा. उसको शराब नहीं मिलेगी.
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एसडीएम जवाहरलाल जैन ने बताया कि इस आदेश से सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि लोग छाता लेकर और मास्क लगाकर शराब की दुकानों के सामने खड़े होने लगे हैं. छाता की वजह से जहां सोशल डिस्टेंसिंग की पालना होने लगी है. वहीं लोगों का धूप से भी बचाव होने लगा है. सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने के लिए अब सख्ती भी नहीं करनी पड़ती है. इतना ही नहीं संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक शराब खरीदार के हाथों को सैनिटाइज भी कराया जा रहा है.