भरतपुर. रूपवास थाना के सहायक उपनिरीक्षक विनोद कुमार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की टीम ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया है. आरोपी सहायक उप निरीक्षक परिवादी से एक पुराने मामले में ट्रैक्टर-ट्रॉली को छोड़ने और ट्रैक्टर चालक की जमानत लेने की एवज में 20 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था. एसीबी की टीम ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया.
बता दें, शुक्रवार को ही परिवादी धीरेंद्र सिंह से आरोपी सहायक उप निरीक्षक विनोद कुमार ने आर्म्स एक्ट में जब्त ट्रैक्टर-ट्रॉली को छोड़ने और ट्रैक्टर के चालक की जमानत लेने की एवज में 17 जून को 20 हजार की रिश्वत मांगी. परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी के अधिकारियों से की, जिसके बाद शिकायत की पुष्टि की गई.
यह भी पढ़ें: 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए CGST इंस्पेक्टर गिरफ्तार, अधीक्षक की भूमिका संदिग्ध
शुक्रवार को आरोपी सहायक उप निरीक्षक विनोद कुमार ने परिवादी से 10 हजार की रिश्वत ली और उसे पुलिस थाने रूपवास में बने एएसआई कक्ष में लगे बेड की चादर के नीचे रख दिया. जहां से एसीबी की टीम ने रिश्वत राशि को बरामद कर लिया है. एसीबी टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा के नेतृत्व में उप अधीक्षक परमेश्वर लाल, हेड कांस्टेबल रीतराम और रीडर हरभान सिंह आदि मौजूद रहे. फिलहाल, टीम की तरफ से कार्रवाई जारी है.