भरतपुर. दिल्ली में चल रही हिंसा पर नगर विधायक वाजिव अली ने अपने ट्विटर से एक ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि 'इन तस्वीरों को देखकर अगर आपका दिल नहीं दहले तो समझिए की हम इंसान नहीं पत्थर हो चुके है. भारत की पहचान यह नहीं है, दिल्ली पुलिस की आंखों के सामने यह आतंकी हुड़दंग मचा रहे है. "बच्चों के हाथ में पेट्रोल बोतल, बम और राम का नाम, देश और धर्म दोनों को नुकसान कर रहा है'' ऐसे में इस ट्वीट के बाद भरतपुर में हंगमा का दौर शुरू हो गया है और लोग सड़कों पर उतर कर वाजिव अली का पुतला फूंक रहे है.
इस कड़ी में भरतपुर शहर के बिजली घर चौराहे पर जाट नेता नेम सिंह फौजदार ने नगर विधायक का पुतला जलाया और कहा कि नगर विधायक वाजिव अली ने पहले भी सीएए को लेकर ऑस्ट्रेलिया में भारत विरोधी प्रदर्शन किया था. साथ ही आज दिल्ली में हो रहे उपद्रव में भगवान राम का नाम लिया है. जो बिल्कुल गलत है.
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नेम सिंह ने कहा कि विधायक वाजिब अली को जनता ने विधायक बनाया और वह पाकिस्तान के गीत गए रहा है. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि दिल्ली के उपद्रवियों के साथ सख्ती से निपटा जाए, अन्यथा जाट समाज के लोग जो दिल्ली के चारों तरफ 200 किलोमीटर के दायरे में रहते है. उनको मजबूर होकर दिल्ली में आकर उपद्रवियों से निपटना पड़ेगा.
साथ ही जाट नेता नेम सिंह फौजदार ने कहा कि दिल्ली में सीएए के खिलाफ जो प्रदर्शन किया जा रहा है. उसमे तीन पुलिस वाले सहित आठ लोग शहीद हुए है. जिसमें राजस्थान के सीकर का निवासी रतनलाल भी शहीद हुआ है. आज देश में जो वातावरण है, उसमे दिल्ली को उपद्रवकारी जम्मू कश्मीर बनाना चाहते है. जो किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा.
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नगर से विधायक वाजिब अली ने भगवान राम का नाम लेकर बयान दिया है और राम का नाम लेकर जो अपमान किया है. उसे वर्दास्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार जल्दी ही या तो उपद्रवकारियों पर काबू पाए अन्यथा जनता खुद ही उपद्रवकारियों का इंतजाम कर देगी. देश के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी कहा था की जब-जब दिल्ली पर मुसीबत आई है, तब-तब जाटों ने उस मुसीबत का निपटारा किया है. आज दिल्ली में उपद्रवकारी आतंक को पनपा रहे है. वह वर्दास्त नहीं होगा और उपद्रवकारियों के खिलाफ अब जनता को ही हथियार उठाने पड़ेंगे.