भरतपुर. प्रदेशभर में आयोजित कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2022 का पेपर उपलब्ध कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व पेपर उपलब्ध कराने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठने का काम करती (Accused of taking money for exam papers arrested) है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. जबकि गैंग के तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
पेपर के चक्कर में पहले 2 लाख गंवाए: पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि उच्चैन क्षेत्र के गांव कुरका निवासी शुभम सिंह ने 13 मई, 2022 का प्रथम पारी का पेपर प्राप्त करने के लिए कुंदर निवासी शकील गद्दी को 2 लाख रुपए दिए. लेकिन वादे के अनुसार शकील ने शुभम को पेपर उपलब्ध नहीं कराया. इसके बाद शुभम ने फिर से शकील से संपर्क किया, तो शकील ने एक फर्जी पेपर उपलब्ध करा दिया और शुभम को उसे बेचकर पैसे कमाने की सलाह दी. अभ्यर्थी शुभम, सरगना शकील की बातों में आ गया और गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से पूर्व परीक्षार्थियों को फर्जी पेपर उपलब्ध कराए गए. लेकिन पेपर फर्जी होने की वजह से रुपए नहीं मिले.
ऐसे पकड़े गए 5 आरोपी: सोमवार को डीएसटी टीम की सूचना पर मथुरा गेट थाना पुलिस ने एक गाड़ी को रुकवाकर जांच की. गाड़ी में सवार देवेंद्र, शुभम, राजा, रवि और गोविंद को हिरासत में लिया. पूछताछ में सामने आया कि शकील, देवेंद्र, लाल सिंह और हेमंत गैंग बनाकर परीक्षार्थियों को प्रलोभन दे परीक्षा से पूर्व पेपर उपलब्ध कराने के नाम पर रुपए ऐंठने का काम कर रहे हैं. एसपी श्याम सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों में से देवेंद्र नाम का व्यक्ति शकील गैंग का है. गैंग के अन्य आरोपी शकील, लाल सिंह और हेमंत को पकड़ने के लिए टीम बना दी गई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.