अलवर. खेड़ली में कालवाड़ी गांव के रहने वाले देवकरण नाम के युवक का घर से 24 मार्च को कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था. देवकरण का शव महुआ के जंगलों में 26 मार्च को पड़ा हुआ मिला था. परिजनों ने मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी थी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की. मंगलवार को पुलिस ने इस घटना में खुलासा करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया.
एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया, मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों को शक था कि देवकरण चार महीने पहले जयपुर से लापता हुई महिला के बारे में सब कुछ जानता है. इसके चलते आरोपी पहले भी देवकरण के गांव में महिला की तलाश में गए थे. 24 मार्च की रात उन्होंने देवकरण का अपहरण कर लिया. इसके बाद महुआ के हुडला और अलीपुर क्षेत्र के जंगलों में ले गए. वहां ले जाकर उससे महिला के बारे में पूछताछ की, कोई जवाब नहीं देने पर आरोपियों ने लाठी, डण्डों से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उन्होंने शव को वहीं फेंक दिया.
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मृतक के चचेरे भाई राजेश ने बताया, देवकरण का 24 मार्च की रात करीब 12 बजे अपहरण हुआ. करीब एक बजे से पहले ही वो थाने में पहुंच गए थे. फिर भी पुलिस ने पौने तीन घण्टे बाद एफआईआर दर्ज की. इसके बाद अगले दिन दोपहर तीन बजे तक बदमाश अलग-अलग फोन पर धमकी देते रहे. देवकरण के साथ मारपीट का विलाप सुनाते रहे. बाद में देवकरण के भाई के मोबाइल पर भी फोन आए, जिसकी बातचीत की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को दी गई. उसके बाद पुलिस ने सोनू पुत्र समय सिंह निवासी हुडला दौसा, राहुल पुत्र श्रीमन निवासी हुडला, मनोज पुत्र सीताराम निवासी हिंगोटा मंडावर, मोहन पुत्र गोपाल निवासी हुडला दौसा, लोकेश पुत्र रामावतार निवासी हुडला, रामस्वरूप पुत्र शिवलाल निवासी हुडला दौसा और हरिराम पुत्र शिवलाल निवासी हुडला दौसा को गिरफ्तार किया गया है.
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एसपी ने कहा, इस घटना में कुछ और आरोपी हैं, जो अभी फरार चल रहे हैं. उनको भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया, उनके परिवार की एक बेटी को देवकरण का छोटा भाई भगा ले गया था. उसकी गुमशुदगी जयपुर के एक थाने में दर्ज है. उस संबंध में पूछताछ के लिए उन्होंने देवकरण को उठाया था. लेकिन उसके पास कोई जानकारी नहीं थी. इस बीच आरोपियों ने देवकरण को जमकर पीटा. इस घटना में देवकरण की मौत हो गई.