ETV Bharat / city

अलवर में कथित बांग्लादेशी को ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर पीटा...देश विरोधी गतिविधियों का गढ़ बन रहा अलवर, 2 महीने में दूसरा संदिग्ध गिरफ्तार

देश विरोधी गतिविधियों के लिए अलवर (Alwar) गढ़ बन रहा है. 7 जुलाई को अलवर के तिजारा (Tijara) में एसओजी टीम (SOG Team) ने देश विरोधी गतिविधियों में एक युवक को गिरफ्तार किया था. दो माह बाद शुक्रवार को अलवर के डेहरा गांव के पास नंगलीमुंशी गांव में लोगों ने एक युवक को पकड़ा और पेड़ से बांधकर पीटा. युवक बांग्लादेशी (Bangladeshi) बताया जा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों (security agencies) से संपर्क किया गया है.

कथित बांग्लादेशी गिरफ्तार
कथित बांग्लादेशी गिरफ्तार
author img

By

Published : Sep 10, 2021, 3:18 PM IST

Updated : Sep 10, 2021, 5:17 PM IST

अलवर. जिले में डेहरा गांव के पास नंगलीमुंशी गांव में ग्रामीणों ने एक संदिग्ध को पकड़ कर पेड़ से बांध दिया और जमकर धुनाई कर दी. बाद में इस शख्स को पुलिस के हवाले कर दिया गया. बताया जा रहा है कि युवक बांग्लादेश है और देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल है. अब इस बारे में सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क किया गया है.

अलवर जिला देश-विरोधी गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा है. हाल ही 7 जुलाई को अलवर के तिजारा में एसओजी टीम ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल एक युवक को गिरफ्तार किया था. दो माह बाद अब अलवर के डेहरा गांव के पास नंगलीमुंशी गांव में यह संदिग्ध पकड़ा गया है.

रोहिंग्या होने का शक

डेहरा गांव के पास नगलामुंशी गांव के लोगों ने गुरुवार देर इस सन्दिग्ध युवक को पकड़ा था. ग्रामीणों ने युवक को रस्सी से पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई कर दी. शुक्रवार सुबह युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि युवक से पूछताछ की गई है लेकिन वह कुछ नहीं बोल रहा है. युवक अपने चार साथियों के साथ इलाके में घूम रहा था. इस दौरान ग्रामीणों ने उनमें से एक को पकड़ लिया. जबकि 3 लोग मौके से फरार हो गए. संदिग्ध बांग्लादेशी या रोहिंग्या (Rohingya) लग रहा है. युवक के कपड़े फटे हुए हैं.

कथित बांग्लादेशी पकड़ा, ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर पीटा, पुलिस के हवाले किया

गिरफ्तार युवक ने नहीं खोला मुंह

सदर थाने के डहरा गांव की घटना में घायल युवक को सदर थाना पुलिस ने अपने हिरासत में लिया है. पुलिस ने कहा कि देखने से युवक बांग्लादेशी लग रहा है. लोगों का कहना कि यह है रोहिंग्या या बांग्लादेशी हो सकता है. पुलिस पूछताछ में अभी तक आरोपी ने मुंह नहीं खोला है. पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों से भी संपर्क किया है.

पढ़ें- Anti National गतिविधि मामला..2015 के बाद से लगातार सक्रिय था असरूद्दीन, जांच पड़ताल के लिए SIT का गठन

चोरी के मामले से जोड़ रही पुलिस

अलवर पुलिस (Alwar Police) पकड़े गए युवक को चोरी के मामलों से जोड़कर देख रही है. विजय मंदिर चौकी इंचार्ज ने बताया कि बीते दिनों में इस क्षेत्र में चार से पांच चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं. पकड़ा गया युवक अपने चार साथियों के साथ चोरी की फिराक में घूम रहा था. ग्रामीणों ने एक को पकड़ लिया. जबकि 3 लोग मौके से फरार हो गए. हालांकि अभी तक पूछताछ में युवक से कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिली है.

दिल्ली-यूपी से नजदीकी के कारण अपराध

अलवर राजस्थान का सीमावर्ती जिला है. एक तरफ हरियाणा तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश से जिले की सीमा लगती है. अलवर से दिल्ली (Delhi) में है 140 किलोमीटर दूर है. ऐसे में दिल्ली हरियाणा (Haryana) उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) आना-जाना अलवर से आसान रहता है. 30 से 40 मिनट के अंदर अलवर से दिल्ली हरियाणा में उत्तर प्रदेश की सीमा में आसानी से प्रवेश किया जा सकता है. इसलिए अलवर को शुरुआत से ही देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए सुरक्षित स्थान माना जाता रहा है.

17 जुलाई को गिरफ्तार हुआ था असरूद्दीन

अलवर में यह पहला मामला नहीं है, जब संदिग्ध को पुलिस ने पकड़ा गया हो. इससे पहले 17 जुलाई को असरूदीन को गिरफ्तार किया था. यह देश विरोधी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था. यह व्यक्ति टेलीग्राम ग्रुप पर 'इस्लामिक मीडिया' (Islamic media) नाम से ग्रुप बनाकर युवाओं को उससे जोड़ रहा था और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा था. इसके अलावा मेवात में कई बार पुलिस ने संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है. जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. अलवर का मेवात इलाका अपराध के लिए बदनाम है. देश विरोधी लोगों की शरण स्थली भी मेवात इलाका बन गया है.

अलवर. जिले में डेहरा गांव के पास नंगलीमुंशी गांव में ग्रामीणों ने एक संदिग्ध को पकड़ कर पेड़ से बांध दिया और जमकर धुनाई कर दी. बाद में इस शख्स को पुलिस के हवाले कर दिया गया. बताया जा रहा है कि युवक बांग्लादेश है और देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल है. अब इस बारे में सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क किया गया है.

अलवर जिला देश-विरोधी गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा है. हाल ही 7 जुलाई को अलवर के तिजारा में एसओजी टीम ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल एक युवक को गिरफ्तार किया था. दो माह बाद अब अलवर के डेहरा गांव के पास नंगलीमुंशी गांव में यह संदिग्ध पकड़ा गया है.

रोहिंग्या होने का शक

डेहरा गांव के पास नगलामुंशी गांव के लोगों ने गुरुवार देर इस सन्दिग्ध युवक को पकड़ा था. ग्रामीणों ने युवक को रस्सी से पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई कर दी. शुक्रवार सुबह युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि युवक से पूछताछ की गई है लेकिन वह कुछ नहीं बोल रहा है. युवक अपने चार साथियों के साथ इलाके में घूम रहा था. इस दौरान ग्रामीणों ने उनमें से एक को पकड़ लिया. जबकि 3 लोग मौके से फरार हो गए. संदिग्ध बांग्लादेशी या रोहिंग्या (Rohingya) लग रहा है. युवक के कपड़े फटे हुए हैं.

कथित बांग्लादेशी पकड़ा, ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर पीटा, पुलिस के हवाले किया

गिरफ्तार युवक ने नहीं खोला मुंह

सदर थाने के डहरा गांव की घटना में घायल युवक को सदर थाना पुलिस ने अपने हिरासत में लिया है. पुलिस ने कहा कि देखने से युवक बांग्लादेशी लग रहा है. लोगों का कहना कि यह है रोहिंग्या या बांग्लादेशी हो सकता है. पुलिस पूछताछ में अभी तक आरोपी ने मुंह नहीं खोला है. पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों से भी संपर्क किया है.

पढ़ें- Anti National गतिविधि मामला..2015 के बाद से लगातार सक्रिय था असरूद्दीन, जांच पड़ताल के लिए SIT का गठन

चोरी के मामले से जोड़ रही पुलिस

अलवर पुलिस (Alwar Police) पकड़े गए युवक को चोरी के मामलों से जोड़कर देख रही है. विजय मंदिर चौकी इंचार्ज ने बताया कि बीते दिनों में इस क्षेत्र में चार से पांच चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं. पकड़ा गया युवक अपने चार साथियों के साथ चोरी की फिराक में घूम रहा था. ग्रामीणों ने एक को पकड़ लिया. जबकि 3 लोग मौके से फरार हो गए. हालांकि अभी तक पूछताछ में युवक से कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिली है.

दिल्ली-यूपी से नजदीकी के कारण अपराध

अलवर राजस्थान का सीमावर्ती जिला है. एक तरफ हरियाणा तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश से जिले की सीमा लगती है. अलवर से दिल्ली (Delhi) में है 140 किलोमीटर दूर है. ऐसे में दिल्ली हरियाणा (Haryana) उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) आना-जाना अलवर से आसान रहता है. 30 से 40 मिनट के अंदर अलवर से दिल्ली हरियाणा में उत्तर प्रदेश की सीमा में आसानी से प्रवेश किया जा सकता है. इसलिए अलवर को शुरुआत से ही देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए सुरक्षित स्थान माना जाता रहा है.

17 जुलाई को गिरफ्तार हुआ था असरूद्दीन

अलवर में यह पहला मामला नहीं है, जब संदिग्ध को पुलिस ने पकड़ा गया हो. इससे पहले 17 जुलाई को असरूदीन को गिरफ्तार किया था. यह देश विरोधी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था. यह व्यक्ति टेलीग्राम ग्रुप पर 'इस्लामिक मीडिया' (Islamic media) नाम से ग्रुप बनाकर युवाओं को उससे जोड़ रहा था और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा था. इसके अलावा मेवात में कई बार पुलिस ने संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है. जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. अलवर का मेवात इलाका अपराध के लिए बदनाम है. देश विरोधी लोगों की शरण स्थली भी मेवात इलाका बन गया है.

Last Updated : Sep 10, 2021, 5:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.