अलवर. डेढ़ साल से एंक्लोजर में बंद बाघ एसटी-6 को शनिवार को सरिस्का के डॉक्टरों व सरिस्का की टीम ने ट्रेंकुलाइज (Tiger ST-6 was tranquilized) करके उसका इलाज किया. उसके बाद वापस एंक्लोजर में छोड़ दिया गया है.
सरिस्का में बाघ एसटी-6 (Sariska Tiger ST-6 ) उम्र दराज हो चुका है. उसकी पीठ पर घाव है व आगे के पंजे पर भी घाव हो रहा है. डेढ़ साल से बाघ सरिस्का में बने एंक्लोजर में बंद है. सरिस्का प्रशासन की तरफ से आपको भोजन की व्यवस्था की जाती है. इसके अलावा उसकी मॉनिटरिंग के लिए भी वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी लगे हुए हैं.
बाघ के इलाज (Tiger ST 6 treatment in Sariska) के लिए एक टीम का गठन हुआ. नाहरगढ़ के पशु रोग विशेषज्ञ डॉ अरविंद माथुर, सरिस्का के डॉ डीडी मीणा , देहरादून के आए डॉ कोनली भारतीय, डॉ मनोज मीणा ने बाघ का इलाज किया. इस दौरान एनटीसीए से आए अभिषेक भटनागर, कल्पना व डीएफओ सुदर्शन शर्मा सहित अन्य वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.
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वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इलाज के बाद बाघ एसटी-6 को वापस एंक्लोजर में छोड़ दिया गया है, वो अभी ठीक है. लेकिन उम्र दराज होने के कारण उसको थोड़ी दिक्कत होती है. अभी पूंछ के पास घाव ठीक हो चुका है. लेकिन आगे के पंजे व पीठ पर घाव है.