अलवर. जिले के एमआईए थाना क्षेत्र के बाम्बोली गांव में बंद पड़े मकान में अज्ञात चोरों ने हाथ साफ कर दिया. चोर रात के अंधेरे में 10 लाख रुपये के जेवरात और नगदी चोरी (Theft Case in Alwar) कर ले गए. घटना की जानकारी के बेटे के घर वापस आने पर लगी जिसके बाद पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया. सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर आकर जांच पड़ताल करके चोरों की तलाश शुरु कर दी है. घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त हैं.
रात के अंधेरे में सूने मकान को बनाया निशाना
बाम्बोली गांव के जगदीश प्रसाद पुत्र किशन लाल चौधरी अपने परिवार के साथ खेतों पर रहता हैं. जिसके वजह से उनके दादा मोहल्ला स्थित मकान में ताला लगा रहता है. रात में एक बेटा बहु घर पर सोने जाते हैं. गुरुवार रात्रि में किसी कारणवश परिवार का कोई भी सदस्य घर पर सोने नहीं गया. चोरों ने इसी का फायदा उठाकर घर पर धावा बोल दिया और मेन गेट का ताला तोड़कर घर में घुस गए. घटना की जानकारी तब हुई जब शाम को उसका बेटा फैक्टरी से काम करके घर पहुंचा. घर पहुंचने पर उसने देखा कि घर के मेन गेट का ताला टूटा हुआ है और अंदर कमरों के दरवाजे के कुंडे टूटे पड़े हैं. इस पर उन्होंने तुरंत इसकी सूचना अपने पिता को दी.
10 लाख रुपए का माल लेकर रफूचक्कर हुए चोर
पीड़ित जगदीश प्रसाद ने बताया कि एक कमरे में रखे डबल बेड में डबल बेड में रखी अलमारी की चाबी से उसे खोल लिया. लॉकर चाबी नहीं मिलने पर चोरो ने लॉकर का ताला तोड़ दिया. चोर सोने के 16 तोला आभूषण जिनमें 2 सोने के हार, सोने की 2 चेन, कानों के 2 कुंडल, 2 अंगूठी, 10 चांदी के सिक्के, करीब 2 किलो चांदी के आभूषण सहित करीब पांच हजार रुपए की नगदी और 10 महंगी साड़ियां और कपड़े भी चोरी कर ले गए. चोरी हुए सामान की किमत लगभग 10 लाख रुपए है. मामले की जानकारी मिलने के बाद एमआईए थाना अधिकारी लक्ष्मीनारायण सैनी जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने जांच पड़ताल कर आस पास के लोगो से घटना के बारे में जानकारी ली.
बिजली कटौती से चोरों की हो रही मौज, आए दिन होती रहती है चोरी
चोरी को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हैं, क्योंकि सर्दियां आते ही बिजली की समस्या शुरू हो जाती है. गांव मे रात्रि 10 बजे ही बिजली को काट दिया जाता है जिसके चलते चोरी जैसी घटना को अंजाम देना आसान हो जाता हैं. सर्दियां आते ही चोर गिरोह सक्रिय हो जाते हैं और आये दिन रात्रि में छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं. पूर्व में बिजली कटौती को लेकर ग्रामीण कई बार जीएसएस (Grid Substation) पर घेराव भी कर चुके हैं. लेकिन अभी भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई हैं.