अलवर. सरिस्का में हाल ही में टाइगर ST16 की मौत के मामले में जांच पड़ताल करने और हालातों को जानने के लिए प्रदेश के वन मंत्री सुखराम विश्नोई रविवार को सरिस्का आए. वन मंत्री ने घटनास्थल का जायजा लिया और सरिस्का में रहने वाले कई गांव के लोगों से विस्थापन को लेकर बातचीत की. इस दौरान ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में वन मंत्री ने कहा कि सरिस्का को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित बनाया जाएगा.
वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा कि अलवर को रणथंभौर की तरह टाइगर के लिए सुरक्षित बनाया जाएगा. उसके लिए विशेष प्लान तैयार किया गया है. सरिस्का में सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाए जाएंगे और वन पालकों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी. वन कर्मियों को वाहन दिए जाएंगे. वहीं डॉक्टर की स्थाई नियुक्ति होगी. वन मंत्री ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों ने दीवार व तारबंदी करने सहित कई प्लान तैयार किए हैं. उन पर तेजी से काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि बाघ की मौत के मामले में मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई उच्च कमेटी जांच कर रही है. उसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
वन मंत्री ने कहा कि सरिस्का अन्य जगहों की तुलना में वन्यजीवों के लिए खासा सुरक्षित है. लेकिन कुछ कारणों के चलते आ रही दिक्कतों को दूर किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं. अधिकारियों की सरिस्का क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों से बातचीत चल रही है. जल्दी ही उन्हें विस्थापित करने का काम होगा. जिसके बाद सरिस्का को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित बनाया जाएगा. रणथंभौर की तरह सरिस्का में भी बाघों की संख्या बढ़ेगी.