अलवर. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिले में भी पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में जिला मुख्यालय और जेल परिसर में केदारनाथ संस्था और स्काउट गाइड ने 50 पौधे लगाए. इस दौरान डीएफओ महेंद्र शर्मा और जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह भी मौजूद रहे. इस मौके पर सभी ने पौधरोपण करते हुए पर्यावरण के महत्व की जानकारी दी. साथ ही कहा कि, पर्यावरण दिवस पर हर प्राणी को पौधरोपण करना चाहिए. जिससे वातावरण शुद्ध रह सके. वहीं, स्काउट गाइड परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया.
जेल अधीक्षक राजेंद्र कुमार ने बताया कि, कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी ने हमें अहसास करा दिया है कि, जितना हम प्रकृति का ध्यान रखेंगे उतना ही प्रकृति हमारा ध्यान रखेगी. वन विभाग के सहयोग से जेल परिसर में 50 पौधे लगाए गए हैं और इस बार बारिश के मौसम में जेल परिसर में अधिक से अधिक पौधे लगाने का उनका प्रयास रहेगा. वन विभाग के डीसीएफ महेंद्र कुमार ने बताया कि, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जेल परिसर और जेल चौराहे के पास वृक्षारोपण किया गया है. हम सभी को पर्यावरण के प्रति महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए और अपने जीवन में जितना ज्यादा हो सके उतने पौधे लगाने चाहिए.
चित्तौड़गढ़ के कपासन में विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित हुई चित्रकला प्रतियोगिता
उधर, चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं उपखंड में राजस्थान स्काउट एवं गाइड की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. बड़ोदिया महादेव संन्यास आश्रम में आयोजित इस कार्यक्रम में बैगू नगर की शिक्षण संस्थाओं के दो दर्जन से अधिक स्काउट एवं गाइड ने भाग लिया.
प्रतियोगिता के प्रत्येक प्रतिभागि को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सैनिटाइज कराया गया. वहीं, इस अवसर पर आश्रम परिसर में वट वृक्ष के पौधों का रोपण भी किया गया. साथ ही पक्षियों के दाना पानी के लिए परिंडें बांधे गए. पर्यावरण संरक्षण पर आधारित चि़त्रकला प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय प्रतिभागियों को स्थानीय संघ ने पुरुस्कृत भी किया.