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राजस्थान में खुले स्कूल: बच्चों के चेहरों पर दिखी खुशी... तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर किया गया स्वागत

कोविड के तीसरे लहर की आशंका के बीच प्रदेश में विद्यालय खोल दिए गए हैं. कोरोना नियमों को पालन करने की हिदायत के साथ. अलवर, भीलवाड़ा, जोधपुर समेत राज्य के विभिन्न जिलों में स्कूल खुलने की चमक बच्चों के चेहरे पर दिखी.

School reopens in rajasthan
राजस्थान में खुले स्कूल
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Published : Sep 1, 2021, 11:00 AM IST

अलवर: अलवर सहित पूरे प्रदेश में 4 माह से अधिक समय से बंद पड़े स्कूल बुधवार से खुल चुके हैं. कोरोना की दूसरी लहर आने के कारण राज्य सरकार की ओर से अप्रैल माह में स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थानों को बंद कर दिया गया था. फिलहाल कक्षा 9 स 12 तक की कक्षाएं ही चलेंगी. साथ ही कोरोना गाइडलाइन के तहत केवल 50 प्रतिशत बच्चों को क्लासरूम में बैठने की ताकीद की गई है.

राजस्थान में आज से बजेगी स्कूलों की घंटी, कोविड गाइडलाइन के अनुसार दो शिफ्टों में चलेगी कक्षा 9 से 12 वीं तक की कक्षाएं

स्कूल के पहले दिन छात्रों का तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर स्कूल ने स्वागत किया गया. इस मौके पर बच्चों को मास्क दिए गए. प्रत्येक बच्चे का टेंपरेचर चेक करने के बाद एंट्री दी गई. नियमानुसार बच्चों के हाथ सैनिटाइज कराए गए.

स्कूल प्रबंधन और प्रशासन ने कुछ नियम जारी किए हैं. जिसके मुताबिक-

  • सभी बच्चों को अपनी पानी की बोतल साथ लानी होगी.
  • प्रत्येक बच्चा अपनी जगह पर बैठकर खाना खाएगा.
  • बच्चों को एक दूसरे से सामान आदान-प्रदान नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं
  • कक्षा 9 वी व 11 वी का समय समय 7.30 बजे से 12.30 बजे रहेगा
  • कक्षा 10 वी व 12 का समय सुबह 8 बजे से 1 बजे तक
  • कुल कक्षा कक्षों की संख्या, क्षमता और 9 -12 के छात्रों की संख्या अनुपात में शिक्षण कार्य किया जाएगा

ऑफलाइन से उम्मीदें ज्यादा

कोरोना के चलते लंबे समय से स्कूल बंद रहे. इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था जारी रही. बच्चों ने तकनीक की दुनिया को समझा बुझा. लेकिन शिक्षाविदों का मत है कि ऑनलाइन के मुकाबले ऑफलाइन शिक्षा ज्यादा प्रभावशाली होती है. ऐसा शिक्षक और प्रधानाचार्य भी मानते हैं. कोर्स समझने और समझाने में सहूलियत होगी. बच्चे अब अपने डाउट भी शिक्षकों से क्लियर कर सकेंगे.

प्राइमरी क्लासेस को करना होगा इंतजार

कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थी मार्च 2020 के बाद से अब तक विद्यालय आए ही नहीं हैं. इन्हें लम्बा इंतजार करना पड़ सकता है.वहीं कक्षा 6 से 8 की क्लॉसेज गत वर्ष मात्र दो माह ही लग पाई थी. उसके बाद अभी तक बंद है.

ये 2 लाख 56 हजार बच्चों का सवाल है!

अलवर की बात करें तो यहां कुल सरकारी स्कूलों की संख्या 2 हजार 834 है. जिनमें कुल विद्यार्थी 4 लाख 10 हजार 430 हैं. प्राइवेट स्कूल 2 हजार 336 हैं जिसमें कुल विद्यार्थियों की संख्या 5 लाख 44 हजार 170 है. वहीं 9वीं से 12वीं तक सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के कुल विद्यार्थियों की संख्या 2 लाख 56 हजार है. ऐसे में 2 लाख 56 हजार छात्रों को लेकर सतर्कता जरूरी है क्योंकि अभी थर्ड वेव को लेकर आशंका बनी हुई है.

भीलवाड़ा में खुले 578 विद्यालय

भीलवाड़ा के कुल 578 विद्यालय भी आज खुल गए. यहां भी कोरोना नियमों के तहत ही छात्रों को प्रवेश दिया गया. जिला कलेक्टर के निर्देश हैं कि स्कूल प्रशासन, प्रतिदिन विद्यालय में छात्र-छात्राओं का रेंडम आरटी-पीसीआर जांच कराएगा, जिससे कोविड संक्रमण न फैले.

जोधपुर में खुले लगभग 1500 स्कूल

जोधपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि सरकार के द्वारा जारी किए गए आदेशों की पालना के तहत स्कूलों को खोला गया है. सभी विद्यार्थियों के बीच में 2 गज की दूरी रखी गई है और बिना मास्क किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा. साथ ही प्रधानाचार्य ने बताया कि गाइडलाइन के तहत सभी विद्यार्थियों को पाबंद किया गया है कि वे अपनी वस्तु, टिफिन, पानी की बोटल के अलावा अन्य छात्र की वस्तु का उपयोग नहीं करेंगे और अगर किसी भी विद्यार्थी को खांसी जुखाम या बुखार के लक्षण दिखाई देते है तो तुरंत विद्यालय विद्यार्थी को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजेगा. बता दें कि जोधपुर जिले में बुधवार से सरकारी और निजी के लगभग 1500 स्कूल ने एक बार फिर से खुल चुकी है जहां विद्यालयों में आने वाले छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.

अलवर: अलवर सहित पूरे प्रदेश में 4 माह से अधिक समय से बंद पड़े स्कूल बुधवार से खुल चुके हैं. कोरोना की दूसरी लहर आने के कारण राज्य सरकार की ओर से अप्रैल माह में स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थानों को बंद कर दिया गया था. फिलहाल कक्षा 9 स 12 तक की कक्षाएं ही चलेंगी. साथ ही कोरोना गाइडलाइन के तहत केवल 50 प्रतिशत बच्चों को क्लासरूम में बैठने की ताकीद की गई है.

राजस्थान में आज से बजेगी स्कूलों की घंटी, कोविड गाइडलाइन के अनुसार दो शिफ्टों में चलेगी कक्षा 9 से 12 वीं तक की कक्षाएं

स्कूल के पहले दिन छात्रों का तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर स्कूल ने स्वागत किया गया. इस मौके पर बच्चों को मास्क दिए गए. प्रत्येक बच्चे का टेंपरेचर चेक करने के बाद एंट्री दी गई. नियमानुसार बच्चों के हाथ सैनिटाइज कराए गए.

स्कूल प्रबंधन और प्रशासन ने कुछ नियम जारी किए हैं. जिसके मुताबिक-

  • सभी बच्चों को अपनी पानी की बोतल साथ लानी होगी.
  • प्रत्येक बच्चा अपनी जगह पर बैठकर खाना खाएगा.
  • बच्चों को एक दूसरे से सामान आदान-प्रदान नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं
  • कक्षा 9 वी व 11 वी का समय समय 7.30 बजे से 12.30 बजे रहेगा
  • कक्षा 10 वी व 12 का समय सुबह 8 बजे से 1 बजे तक
  • कुल कक्षा कक्षों की संख्या, क्षमता और 9 -12 के छात्रों की संख्या अनुपात में शिक्षण कार्य किया जाएगा

ऑफलाइन से उम्मीदें ज्यादा

कोरोना के चलते लंबे समय से स्कूल बंद रहे. इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था जारी रही. बच्चों ने तकनीक की दुनिया को समझा बुझा. लेकिन शिक्षाविदों का मत है कि ऑनलाइन के मुकाबले ऑफलाइन शिक्षा ज्यादा प्रभावशाली होती है. ऐसा शिक्षक और प्रधानाचार्य भी मानते हैं. कोर्स समझने और समझाने में सहूलियत होगी. बच्चे अब अपने डाउट भी शिक्षकों से क्लियर कर सकेंगे.

प्राइमरी क्लासेस को करना होगा इंतजार

कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थी मार्च 2020 के बाद से अब तक विद्यालय आए ही नहीं हैं. इन्हें लम्बा इंतजार करना पड़ सकता है.वहीं कक्षा 6 से 8 की क्लॉसेज गत वर्ष मात्र दो माह ही लग पाई थी. उसके बाद अभी तक बंद है.

ये 2 लाख 56 हजार बच्चों का सवाल है!

अलवर की बात करें तो यहां कुल सरकारी स्कूलों की संख्या 2 हजार 834 है. जिनमें कुल विद्यार्थी 4 लाख 10 हजार 430 हैं. प्राइवेट स्कूल 2 हजार 336 हैं जिसमें कुल विद्यार्थियों की संख्या 5 लाख 44 हजार 170 है. वहीं 9वीं से 12वीं तक सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के कुल विद्यार्थियों की संख्या 2 लाख 56 हजार है. ऐसे में 2 लाख 56 हजार छात्रों को लेकर सतर्कता जरूरी है क्योंकि अभी थर्ड वेव को लेकर आशंका बनी हुई है.

भीलवाड़ा में खुले 578 विद्यालय

भीलवाड़ा के कुल 578 विद्यालय भी आज खुल गए. यहां भी कोरोना नियमों के तहत ही छात्रों को प्रवेश दिया गया. जिला कलेक्टर के निर्देश हैं कि स्कूल प्रशासन, प्रतिदिन विद्यालय में छात्र-छात्राओं का रेंडम आरटी-पीसीआर जांच कराएगा, जिससे कोविड संक्रमण न फैले.

जोधपुर में खुले लगभग 1500 स्कूल

जोधपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि सरकार के द्वारा जारी किए गए आदेशों की पालना के तहत स्कूलों को खोला गया है. सभी विद्यार्थियों के बीच में 2 गज की दूरी रखी गई है और बिना मास्क किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा. साथ ही प्रधानाचार्य ने बताया कि गाइडलाइन के तहत सभी विद्यार्थियों को पाबंद किया गया है कि वे अपनी वस्तु, टिफिन, पानी की बोटल के अलावा अन्य छात्र की वस्तु का उपयोग नहीं करेंगे और अगर किसी भी विद्यार्थी को खांसी जुखाम या बुखार के लक्षण दिखाई देते है तो तुरंत विद्यालय विद्यार्थी को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजेगा. बता दें कि जोधपुर जिले में बुधवार से सरकारी और निजी के लगभग 1500 स्कूल ने एक बार फिर से खुल चुकी है जहां विद्यालयों में आने वाले छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.

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