अलवर. रैणी में एसीबी ने 15 हजार रुपए की रिश्वत के साथ एक वरिष्ठ अध्यापक को गिरफ्तार किया है. राजकीय एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल पाटण में कार्यरत प्रधानाचार्य ने स्कूल के एक शिक्षक को रिलीव करने की एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. एसीबी के निर्देश पर अध्यापक 15 हजार रुपए लेकर मंगलवार को प्रधानाचार्य के पास पहुंचा. प्रधानाचार्य ने पैसे लेकर स्कूल के एक अन्य वरिष्ठ अध्यापक को दे दिए व खुद फरार हो गया. वहीं अध्यापक भी पैसे लेकर भागने लगा. इस पर एसीबी की टीम ने उसका पीछा करके उसे पकड़ लिया. गिरफ्तार वरिष्ठ अध्यापक को एसीबी न्यायालय में पेश किया जाएगा. इसके अलावा एसीबी की टीम प्रधानाचार्य को पकड़ने में लगी हुई है.
दरअसल, अलवर के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र स्थित खेड़ा मंगल सिंह के रहने वाले भरत लाल मीणा पाटन स्थित राजकीय एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल में कार्यरत थे. उनकी पदोन्नति राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तोलियासर जिला हनुमानगढ़ में हुई. इस पर भरत लाल को स्कूल से कार्यमुक्त करने की एवज में स्कूल के प्रधानाचार्य राजबहादुर ने 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. इस पर 2 जुलाई को भरत लाल ने पांच हजार रुपए राजबहादुर को दे दिए. उसके बाद राजबहादुर रिकॉर्ड तैयार कर भिजवाने, एलपीसी जारी करने, बकाया टीए बिल के भुगतान करने की एवज में 15 हजार रुपए की और मांग करने लगा. इस पर भरत लाल ने मामले की लिखित शिकायत एसीबी को दी. एसीबी ने इस पूरे मामले का सत्यापन कराया. इस दौरान मामला सही पाया गया.
इस पर एसीबी के उप अधीक्षक महेंद्र मीणा के निर्देश पर भरत लाल 15 हजार रुपए लेकर मंगलवार को प्रधानाचार्य के पास पहुंचा. राजबहादुर ने रिश्वत के पैसे वरिष्ठ अध्यापक लाल जी मीणा को दिलवा दिए व उसे स्कूल से जाने के लिए कहा. इस पर लाल जी मीणा बाइक से पैसे लेकर चला गया. उसके बाद राजबहादुर भी अपनी गाड़ी लेकर वहां से चला गया. भरत लाल के इशारे पर एसीबी ने लाल जी मीणा का पीछा किया व उसे पैसों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पीछे से गाड़ी में आ रहे लाल बहादुर ने एसीबी की टीम को देखा व उसके बाद गाड़ी लेकर फरार हो गया. पुलिस ने लाल जी मीणा की पेंट की पीछे वाली जेब से रिश्वत के पैसे बरामद किए.
वहीं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अलवर प्रथम के उपाधीक्षक महेंद्र मीणा ने बताया कि गिरफ्तार लाल जी मीणा को 10 जुलाई को न्यायालय में पेश किया जाएगा. इसके अलावा फरार स्कूल के प्रधानाचार्य राजबहादुर को गिरफ्तार करने के लिए लगातार एसीबी की टीम दबिश दे रही हैं. जल्दी उसको गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एसीबी ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है. प्रधानाचार्य वह अध्यापक का पुराना रिकॉर्ड भी तलाशा जा रहा है.