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अधमरी हालत में लहूलुहान मिला युवक...अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत...परिजनों ने जताई हत्या की आशंका - police

एक बाइक सवार युवक की इलाज के दौरान मौत का मामला सामने आया है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि अलवर के भिवाड़ी में उसे कुछ लोगों ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था. जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है. इसके बाद से ही परिजन मृतक का शव लेने से इंकार कर रहे थे. लेकिन पुलिस की समझाइश के बाद परिजनों ने आज शव लेकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया.

परिजनों ने लिया शव, पुलिस ने न्याय का दिया भरोसा
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Published : Jul 20, 2019, 12:32 PM IST

अलवर. जिले के भिवाड़ी के चोपानकी थाना क्षेत्र के झिवाणा गांव के निवासी हरीश जाटव गुरुवार को अपनी बाइक से घर लौट रहा था. रास्ते में फलसा गांव के समीप उसकी बाइक एक महिला से जा टकराई. जिसके बाद बाइक सवार हरीश जाटव लहूलुहान अवस्था में मिला. जिसके बाद उसे उपचार के लिए पहले सामुदायिक चिकित्सालय भिवाड़ी में ले जाया गया. जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में रेफर किया गया.

अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की हुई मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

बता दें कि गुरुवार रात को दिल्ली में हरिश की इलाज के दौरान मौत हो गई. गुस्साए परिजनों ने आक्रोश जताते हुए आरोप लगाया है कि हरीश की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या की है. गुस्साए परिजनों ने हरीश शव लेने से इंकार कर दिया. लेकिन पुलिस प्रशासन की समझाइश पर परिजन मान गए. जिसके बाद मृतक हरीश का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जाएगी और जो भी आरोपी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.

बता दें कि हरीश की घरेलू और आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. हरीश अपने पीछे 4 बेटियां, पत्नी और एक अंधे पिता को छोड़कर गया है. अंधे पिता के कंधे पर अब चार पोतियों के लालन-पालन की जिम्मेदारी भी आन पड़ी है. वहीं ग्रामीणों ने पुलिस उपाधीक्षक के समक्ष सरकारी मदद के लिए भी गुहार लगाई है. ऐसे में देखना होगा कि आखिर पुलिस की जांच किस ओर जाती है.

अभी यह पूरी तरह से संदेह के घेरे में है कि आखिर हरीश लहूलुहान स्थिति में कैसे पहुंचा. उधर परिजनों का कहना है कि अगर किसी हादसे का शिकार हुआ होता तो उसके शरीर पर वह चोटें पाई जाती ,जो हादसे के दौरान आती हैं. लेकिन हरिश के शरीर पर जो चोटे पाई गई हैं वह सभी मारपीट के दौरान की हैं.

अलवर. जिले के भिवाड़ी के चोपानकी थाना क्षेत्र के झिवाणा गांव के निवासी हरीश जाटव गुरुवार को अपनी बाइक से घर लौट रहा था. रास्ते में फलसा गांव के समीप उसकी बाइक एक महिला से जा टकराई. जिसके बाद बाइक सवार हरीश जाटव लहूलुहान अवस्था में मिला. जिसके बाद उसे उपचार के लिए पहले सामुदायिक चिकित्सालय भिवाड़ी में ले जाया गया. जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में रेफर किया गया.

अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की हुई मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

बता दें कि गुरुवार रात को दिल्ली में हरिश की इलाज के दौरान मौत हो गई. गुस्साए परिजनों ने आक्रोश जताते हुए आरोप लगाया है कि हरीश की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या की है. गुस्साए परिजनों ने हरीश शव लेने से इंकार कर दिया. लेकिन पुलिस प्रशासन की समझाइश पर परिजन मान गए. जिसके बाद मृतक हरीश का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जाएगी और जो भी आरोपी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.

बता दें कि हरीश की घरेलू और आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. हरीश अपने पीछे 4 बेटियां, पत्नी और एक अंधे पिता को छोड़कर गया है. अंधे पिता के कंधे पर अब चार पोतियों के लालन-पालन की जिम्मेदारी भी आन पड़ी है. वहीं ग्रामीणों ने पुलिस उपाधीक्षक के समक्ष सरकारी मदद के लिए भी गुहार लगाई है. ऐसे में देखना होगा कि आखिर पुलिस की जांच किस ओर जाती है.

अभी यह पूरी तरह से संदेह के घेरे में है कि आखिर हरीश लहूलुहान स्थिति में कैसे पहुंचा. उधर परिजनों का कहना है कि अगर किसी हादसे का शिकार हुआ होता तो उसके शरीर पर वह चोटें पाई जाती ,जो हादसे के दौरान आती हैं. लेकिन हरिश के शरीर पर जो चोटे पाई गई हैं वह सभी मारपीट के दौरान की हैं.

Intro:एंकर - भिवाड़ी के चोपानकी थाना क्षेत्र स्थित एक बाइक सवार को पीट-पीटकर अधमरा किया जाने के मामले में आज पुलिस प्रशासन ने उस समय राहत की सांस ली जब समझाइश के बाद परिजन शव को लेने के लिए राजी हो गए। Body:पूरी घटना में थाना क्षेत्र के झिवाणा गांव निवासी हरीश जाटव एक दिन पूर्व अपनी बाइक से घर के लिए लौट रहा था जहां पर रास्ते में फलसा गांव के समीप एक महिला को टक्कर लग जाने की स्थिति में संदिग्ध परिस्थितियों में हरीश जाटव लहूलुहान हो गया। जिसका उपचार पहले सामुदायिक चिकित्सालय भिवाड़ी में कराया गया। व उसके बाद दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में रेफर किया गया। जिसकी गत रात उपचार के दौरान मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने आक्रोश जताते हुए आरोप लगाया कि उनके हरीश की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या की है। उधर पुलिस प्रशासन का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जाएगी ओर जो भी आरोपी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। मृतक हरीश का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया। हरीश की घरेलू व आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। हरीश अपने पीछे 4 बेटियां एक पत्नी तथा एक अंधे पिता को छोड़कर गए हैं। अंधे पिता के कंधे पर अब चार पोतियों के लालन-पालन की जिम्मेदारी भी आन पड़ी है। वहीं ग्रामीणों ने पुलिस उपाधीक्षक के समक्ष सरकारी मदद के लिए भी गुहार लगाई है। ऐसे में देखना यह रहेगा कि आखिर पुलिस की जांच किस और जाती है। बता दें कि इस मामले को लेकर दोनों पक्षों की ओर से चोपानकी थाने में मामला दर्ज है
अभी यह पूरी तरह से संदेह के घेरे में है कि आखिर हरीश लहूलुहान स्थिति में कैसे पहुंचा उधर परिजनों का कहना है कि अगर किसी हादसे का शिकार हुआ होता तो कुछ चोटें अक्सर जिस तरह के हादसे में हुआ करती है वह उसके शरीर पर पाई जाती। लेकिन जो चोटे पाई गई है वह सभी मारपीट के दौरान की है। इसलिए इसे इसे मोबलिंचिंग कहा गया है। यह जांच का विषय है कि आखिर पूरी घटना में Conclusion:हुआ क्या था ।लेकिन हरीश इस दुनिया में अब नहीं है और जिस घटना हरीश शिकार हुआ वह घटना अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई है।


बाईट - देवेंद्र सिंह DSP भिवाड़ी
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