अलवर. जिले के राजगढ़ में अतिक्रमण हटाने के नाम पर हुई तोड़फोड़ के विरोध में संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को राजगढ़ बंद किया गया है. सुबह से ही कस्बा व आसपास क्षेत्र की सभी दुकानें व बाजार बंद हैं. डेढ़ माह से लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं व धरना दे रहे (Rajgarh will remain closed in protest against the demolition) हैं. लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में लोगों ने कहा कि अगर अब भी सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया, तो आने वाले समय में पूरा जिला बंद करके सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा.
यह है पूरा मामला : अलवर के राजगढ़ में 17 अप्रैल को गौरव पथ निर्माण व अतिक्रमण हटाने के नाम पर बड़ी संख्या में घर, दुकान व 300 साल पुराने तीन मंदिरों को तोड़ा गया गया था और पुरानी मूर्तियों को खंडित किया गया. जिसके बाद कांग्रेस और भाजपा के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते नजर आए. कांग्रेस ने 1 दिन का धरना दिया. तो भाजपा की तरफ से भी जमकर राजनीति हुई. लेकिन डेढ़ माह बाद अभी तक प्रशासन की तरफ से पीड़ितों की समस्या का समाधान नहीं किया गया. जिसके बाद राजगढ़ के पीड़ित लोग धरना दे रहे हैं. लेकिन जिला प्रशासन व सरकार के प्रतिनिधि आंख बंद करके चुपचाप बैठे हुए हैं. ऐसे में संघर्ष समिति ने सोमवार को राजगढ़ बंद का आह्वान किया. सोमवार को सुबह से ही राजगढ़ बंद है.
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संघर्ष समिति ने घूम घूम कर दुकानें बंद कराई: व्यापारी व संघर्ष समिति के लोग घूम कर दुकानें बंद कराई. वहीं समिति को भी लोगों का समर्थन मिल रहा है. तो वहीं कुछ जगह पर दुकान बंद कराने को लेकर संघर्ष समिति पर दुकानदार के बीच हल्की कहासुनी हुई. लोगों ने कहा कि जब तक उनकी सभी मांगे पूरी नहीं होंगी, वो अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. अगर सरकार व प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया, तो पूरा जिला बंद करके विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
गोविंद देव जी बाजार में आम सभा का आयोजन: राजगढ़ बचाओ संघर्ष समिति एवं राजगढ़ व्यापार महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में कस्बे के गोविंद देव जी बाजार में महासंघ के अध्यक्ष बसंत गुप्ता की अध्यक्षता में आम सभा का आयोजन हुआ. सभा के प्रवक्ताओं की ओर से कहा गया कि प्रशासन को लोगों की समस्याओं का निस्तारण करना चाहिए. इस मामले में दोषी अधिकारियों के विरुद्ध न्यायिक जांच करवाकर दंडित किया जाए. इसके साथ ही सभा में पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा व पुनर्वास की मांग की गई. तो तोड़े गए मंदिरों को मूल स्थान पर ससम्मान स्थापित करने तथा अतिक्रमण को चिन्हित करने के लिए कहा गया.
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व्यापारियों की मुख्य रूप से पांच मांगे हैं: आम सभा में राजगढ़ व्यापार महासंघ के संपूर्ण बाजार बंद के आह्वान पर सोमवार गोल सर्किल पर एकत्रित होकर प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा. व्यापारियों ने कहा कि मुख्य रूप से 5 मांगे हैं. इसमें तोड़फोड़ के दौरान व्यापारियों मकान मालिकों को मुआवजा दिया जाए, मंदिरों का फिर से निर्माण करके मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा हो, इस कार्रवाई में जिन अधिकारियों कर्मचारियों का हाथ है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, इस पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए सहित अन्य मांगे शामिल हैं.
अगर इनका समाधान सरकार की तरफ से नहीं किया गया, तो आगामी समय में उग्र विरोध प्रदर्शन करके पूरे जिले को बंद कराया जाएगा. इस आमसभा में आंदोलन को समर्थन देने अलवर व्यापार महासंघ के पदाधिकारी समर्थन देने पहुंचे.