अलवर. केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि कानून का कांग्रेस पार्टी पूरी तरह विरोध करती है और इसे प्रदेश में लागू नहीं होने दिया जाएग. ये कानून काला कानून है जो किसानों को बर्बाद कर देगा ये बात राजस्थान के उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को किसान संवाद कार्यक्रम में कस्बे के रामगढ़ रोड स्थित एक रिसोर्ट में कहीं. इस दौरान कार्यक्रम में सैकड़ों किसान मौजूद थे.
मीणा ने कहा कि केंद्र सरकार को पहले ये कानून सेलेक्ट कमेटी में भेजना चाहिए था जिससे इस पर सभी पार्टियां विचार करती, लेकिन मोदी सरकार ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि ये कानून अडानी और अंबानी की पृष्ठभूमि को मध्य नजर रखते हुए बनाया गया है. पूरे देश के किसान इसका विरोध कर रहे हैं. 28 दिनों से कड़ कड़ाती सर्दी में किसान डेरा डालकर बैठे हैं और किसान आर - पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं.
इसके साथ ही इस आंदोलन में 30 से 35 किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन मोदी जी ने किसानों की सुध नहीं ली है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन तीनों कानूनों को राजस्थान में लागू नहीं करने का निर्णय लिया है. जिसका पत्र राज्यपाल महोदय को सौंप दिया गया है जिसे राज्यपाल ने राष्ट्रपति को नहीं पहुंचाया हैं.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह किसानों के साथ है और राजस्थान में इस कानून को लागू नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि चाहे नोटबंदी हो या जीएसटी या कश्मीर में धारा 370 का मामला, इन सभी कानूनों का देशभर में विरोध किया गया, लेकिन मोदी सरकार बेपरवाह है. कृषि कानून से खेती बंद हो जाएगी और मंडी भी बंद हो जाएगी.
मोदी सरकार ने 15 लाख रुपए बैंक खातों में देने और दो करोड़ नौकरी देने की बात कही थी जो सभी झूठी निकली. अब मोदी सरकार पर लोगों का विश्वास नहीं रहा. कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान ने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की.