शाहजहांपुर बॉर्डर (अलवर). संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से अलवर के शाहजहांपुर में राजस्थान-हरियाणा सीमा पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद जवानों और किसान आंदोलन के शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कैंडल मार्च व मशाल जुलूस निकाला गया. इसके बाद किसानों की सभा को संबोधित करते हुए किसानों ने कहा कि राजस्थान में आंदोलन को और तेज गति से बढ़ाया जाएगा. पूरे राजस्थान में महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा. उसके बाद शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान ट्रैक्टर पर आते हुए नजर आए.
पूर्वी राजस्थान से आई महिलाओं के जत्थे ने लोकगीत व नृत्य के माध्यम से मोदी सरकार तक अपनी बात पहुचाई. 'उड़ती आवे पीली लूकडी शाहजहांपुर बोर्डर पर, ढ़ोलो टोलियों उड़तो आवे रे शाहजहांपुर बोर्डर पर'
गीत पर किसान झूम उठे. महिलाओं ने जमकर डांस किया व कार्यक्रम पेश किए. किसान सभा को जवान सिंह मोहचा, सुनील, राकेश विश्नोई जगवीर सिंह, सुरेंद्र चौधरी, अमराराम, बलबीर छिल्लर, राजाराम मील, महगा सिद्धू, रामकिशन महलावत, हरनाथ सिंह, इंद्रजीत जी, राजपाल जी, भोलासिंह, गुरचरण सिंह, हिम्मत सिंह गुर्जर, नवीन सोहलोत, प्रिंसीपाल सिंह, फकीरचंद माली, जोराराम, कृष्ण कुमार सुनील पंडित, गोविंदराम ज़ैदिया, ज्ञानी राजवीर सिंह, कमलेश विश्नोई, अशोक प्रधान, कुलदीप देवा, राजेश्वरी मीणा ने केंद्र सरकार पर निशाना सादते हुए जमकर हमला बोला.
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पूरे राजस्थान में होगी महापंचायत
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में 18 फरवरी से 23 फरवरी तक लगातार राजस्थान के विभिन्न स्थानों पर महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा. 18 फरवरी रायसिंहनगर को श्रीगंगानगर, 19 फरवरी को हनुमानगढ़, 17 फरवरी को भुसावर जिला-भरतपुर, 22 फरवरी को हनुमानगढ़ जिले के नोहर, 23 फरवरी को सरदारशहर और सीकर में महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा. इन महापंचायतों में संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख आगू नेता डॉ.दर्शनपाल सिंह, राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढूनी, जगजीत सिंह दल्लेवाल और युद्धवीर सिंह आदि शामिल होंगे. साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा शाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर दिल्ली-जयपुर हाईवे के सभी प्रमुख नेता भी शामिल होंगे.
जयपुर में बनेगी आगे की रणनीति
मजदूर-किसान भवन, हटवाडा रोड जयपुर में एक किसान सभा रखी गई है. इस बैठक में वर्तमान में किसान आंदोलन पर चर्चा करते हुए इसको तेज करने के लिए रूपरेखा तय की जाएगी. साथ ही देश भर में चल रहे किसान महापंचायतों के सिलसिले में जयपुर और उसके आसपास के इलाकों में विशाल किसान महापंचायतों के आयोजन के लिए कार्यक्रम तय किया जाएगा.