अलवर. शहर के सिटी पैलेस के पास सागर जलाशय अपनी खास पहचान रखता है, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते इसके हालात खराब हो रहे हैं. धीरे-धीरे सागर जलाशय अपनी पहचान खो रहा है. सालों से सागर जलाशय की सफाई नहीं हुई है. सुबह के समय बड़ी संख्या में लोग जलाशय में मछलियों के लिए आटा, ब्रेड और सब्जियां डालते हैं.
यह खाद्य सामग्री जलाशय में पड़ी हुई सड़ती है, जिससे आसपास क्षेत्र में बदबू फैलती है. गंदगी के कारण आए दिन मछलियों के मरने के मामले आते हैं. बदबू और गंदगी के कारण मच्छर होते हैं. इससे आसपास क्षेत्र के लोगों को खासी परेशानी होती है. लोगों ने सागर जलाशय को सुसाइड प्वाइंट भी बना लिया है. आए दिन यहां लोग कूदकर अपनी जान देते हैं. प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं है. जहां गुरुवार को सागर जलाशय में एक गाय के गिरने की सूचना मिली.
स्थानीय लोगों ने मामले की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी. कुछ देर में फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन गोताखोर नहीं होने की बात कहकर वापस लौट गई. उसके बाद नगर परिषद की टीम को घटना के बारे में जानकारी दी गई, लेकिन नगर परिषद की टीम ने भी कोई मदद नहीं की. अंत में स्थानीय लोगों ने सागर जलाशय में कूदकर राशियों की मदद से गाय को बाहर निकाला.
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लोगों ने कहा कि स्थानीय पार्षद और प्रशासन की मदद नहीं मिलने के कारण लोग परेशान होते हैं. गंदगी के चलते आसपास क्षेत्र में बदबू होती है और मच्छर होने के कारण स्थानीय लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई बार प्रशासन को इस समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. ऐसे में ऐतिहासिक सागर जलाशय अभी स्थानीय लोगों के लिए परेशानी बन चुका है.