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पानी के लिए सड़क से लेकर जलदाय विभाग तक हंगामा, अफसरों के खिलाफ किया प्रदर्शन - water supply in alwar city

अलवर शहर वासियों को पानी की समस्या से रोजाना दो चार होना पड़ रहा है. कई इलाकों में एक दिन छोड़कर जलापूर्ति की जा रही है जिससे नाराज लोगों ने मंगलवार को जलदाय विभाग के कार्यालय पर प्रदर्शन कर नाराजगी जताई है.

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अलवर में पानी के लिए प्रदर्शन
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Published : Jun 8, 2021, 2:24 PM IST

अलवर. पानी की समस्या के चलते मंगलवार को लोगों का फूट पड़ा. जलदाय विभाग की ओऱ से शहर के कई क्षेत्रों में एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई देने पर शहर के कई इलाकों के लोगों ने विभागीय कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि गर्मी में लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. वार्डों में पहले ही पानी की किल्लत बनी हुई है.

अलवर में पानी के लिए प्रदर्शन

वार्ड नंबर 15 के पार्षद कैलाश सैनी ने बताया की वार्ड में लोगों के घरों में पानी नहीं आया. इसलिए वह वार्ड वासियों के साथ सुबह मनुमार्ग स्थित एसई कार्यालय आकर जलदाय विभाग के अधिकारीयों के खिलाफ नारेबाजी की है. इसके बाद वार्डवासी अधिकारियों के चेंबर में गए जब कोई अधिकारी नहीं मिला तो लोग एसई ऑफिस के बरामदे में धरने पर बैठ गए. कुछ देर बाद विभाग के कर्मचारियों ने लोगो को एक्सईएन जेपी मीणा से मिलने को बुलाया.

पढ़ें: राजस्थान: जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार, कम रेट पर काम करके भी करोड़ों कमा रहे हैं ठेकेदार

लोगों ने वार्ड में लंबे समय से चल रही पानी की समस्या से एक्सईएन मीणा को अवगत कराया. उन्होंने बताया इलाके में सिर्फ 5 से 10 मिनट पानी आता है और उसका भी समय निर्धारित नहीं है. पुराने इलाके होने के चलते गलियां छोटी व संकरी हैं जिसके चलते पानी के टैंकर भी नही आ पाते हैं. इसलिए वार्ड 15 में नियमित पानी की सप्लाई शुरू की जाए. इस पर एक्सईएन जेपी मीणा ने लोगों को पानी की सप्लाई नियमित करने का आश्वासन दिया.

एडीएम सिटी ने दिया पार्षदों को आश्वासन

अलवर में पानी के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा. लोग अपनी समस्या लेकर स्थानीय पार्षद के पास जाते हैं, लेकिन पार्षद की भी सुनवाई नहीं हो रही है. जलदाय विभाग के अधिकारी व पार्षदों के बीच कई घंटे तक इस मामले को लेकर बातचीत हुई. जलदाय विभाग के अधिकारी व एडीएम सिटी ने पार्षदों को उनकी समस्या का समाधान होने का आश्वासन दिया.

90 से 100 एमएलडी पानी की जरूरत, सप्लाई 40 से 50 एमएलडी की

अकेले अलवर शहर में प्रतिदिन गर्मियों के सीजन में 90 से 100 एमएलडी पानी की आवश्यकता रहती है. जबकि जलदाय विभाग 40 से 50 एमएलडी पानी सप्लाई कर पाता है. अलवर शहर में 50 से अधिक कृषि कॉलोनी व 36 पुराने मोहल्लों में हालात ज्यादा खराब रहते हैं, लेकिन बीते कुछ समय से यूआईटी पर हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनियों में भी पानी की किल्लत होने लगी है. लोगों को एक दिन छोड़कर एक दिन पानी सप्लाई मिलता है, तो वहीं कई जगह पानी सप्लाई नहीं होता है.

परेशान पार्षदों ने सोमवार को जलदाय विभाग के अधिकारियों से बातचीत की और अपनी समस्या रखी. उन्होंने कहा कि 3 महीने तक लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिला. गर्मी का मौसम 1 माह का बचा है. ऐसे में आगामी 1 माह में लोगों को पर्याप्त पानी सप्लाई किया जाए. पार्षदों का आरोप है कि जलदाय विभाग के जेईएन व अन्य अधिकारी फील्ड में नहीं जाते हैं. इसलिए उनको हालात के बारे में सही जानकारी नहीं होती है. जलदाय विभाग की बोरिंग खराब हो रही है.

पढ़ें: डूंगरपुर: सरपंच समेत ग्रामीणों ने किया विरोध, थाना क्षेत्र बदलने को लेकर प्रदर्शन

बोरिंग हो रही है खराब

अलवर में बोरिंग लगातार खराब हो रही है. पानी का स्तर नीचे जा रहा है. ऐसे में जलदाय विभाग व सरकार को स्थाई समाधान करने की आवश्यकता है. पानी की समस्या एक विकराल रूप ले रही है. यही हालात रहे तो पानी की बूंद बूंद के लिए आपस में लड़ाई होंगी.

ग्रामीण क्षेत्र में हालात ज्यादा खराब

जिले के ग्रामीण क्षेत्र में हालात ज्यादा खराब है. बहरोड़ नीमराना कठूमर मुंडावर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पानी के हालात भयावह हैं. पानी के लिए लोग एक गांव से दूसरे गांव में जाते हैं. कुछ जगह तो बोरिंग में ट्यूबवेल की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को खासी दिक्कत हो रही है. पानी की समस्या को लेकर लोग कई बार अपनी बात रख चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है.

अलवर. पानी की समस्या के चलते मंगलवार को लोगों का फूट पड़ा. जलदाय विभाग की ओऱ से शहर के कई क्षेत्रों में एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई देने पर शहर के कई इलाकों के लोगों ने विभागीय कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि गर्मी में लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. वार्डों में पहले ही पानी की किल्लत बनी हुई है.

अलवर में पानी के लिए प्रदर्शन

वार्ड नंबर 15 के पार्षद कैलाश सैनी ने बताया की वार्ड में लोगों के घरों में पानी नहीं आया. इसलिए वह वार्ड वासियों के साथ सुबह मनुमार्ग स्थित एसई कार्यालय आकर जलदाय विभाग के अधिकारीयों के खिलाफ नारेबाजी की है. इसके बाद वार्डवासी अधिकारियों के चेंबर में गए जब कोई अधिकारी नहीं मिला तो लोग एसई ऑफिस के बरामदे में धरने पर बैठ गए. कुछ देर बाद विभाग के कर्मचारियों ने लोगो को एक्सईएन जेपी मीणा से मिलने को बुलाया.

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लोगों ने वार्ड में लंबे समय से चल रही पानी की समस्या से एक्सईएन मीणा को अवगत कराया. उन्होंने बताया इलाके में सिर्फ 5 से 10 मिनट पानी आता है और उसका भी समय निर्धारित नहीं है. पुराने इलाके होने के चलते गलियां छोटी व संकरी हैं जिसके चलते पानी के टैंकर भी नही आ पाते हैं. इसलिए वार्ड 15 में नियमित पानी की सप्लाई शुरू की जाए. इस पर एक्सईएन जेपी मीणा ने लोगों को पानी की सप्लाई नियमित करने का आश्वासन दिया.

एडीएम सिटी ने दिया पार्षदों को आश्वासन

अलवर में पानी के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा. लोग अपनी समस्या लेकर स्थानीय पार्षद के पास जाते हैं, लेकिन पार्षद की भी सुनवाई नहीं हो रही है. जलदाय विभाग के अधिकारी व पार्षदों के बीच कई घंटे तक इस मामले को लेकर बातचीत हुई. जलदाय विभाग के अधिकारी व एडीएम सिटी ने पार्षदों को उनकी समस्या का समाधान होने का आश्वासन दिया.

90 से 100 एमएलडी पानी की जरूरत, सप्लाई 40 से 50 एमएलडी की

अकेले अलवर शहर में प्रतिदिन गर्मियों के सीजन में 90 से 100 एमएलडी पानी की आवश्यकता रहती है. जबकि जलदाय विभाग 40 से 50 एमएलडी पानी सप्लाई कर पाता है. अलवर शहर में 50 से अधिक कृषि कॉलोनी व 36 पुराने मोहल्लों में हालात ज्यादा खराब रहते हैं, लेकिन बीते कुछ समय से यूआईटी पर हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनियों में भी पानी की किल्लत होने लगी है. लोगों को एक दिन छोड़कर एक दिन पानी सप्लाई मिलता है, तो वहीं कई जगह पानी सप्लाई नहीं होता है.

परेशान पार्षदों ने सोमवार को जलदाय विभाग के अधिकारियों से बातचीत की और अपनी समस्या रखी. उन्होंने कहा कि 3 महीने तक लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिला. गर्मी का मौसम 1 माह का बचा है. ऐसे में आगामी 1 माह में लोगों को पर्याप्त पानी सप्लाई किया जाए. पार्षदों का आरोप है कि जलदाय विभाग के जेईएन व अन्य अधिकारी फील्ड में नहीं जाते हैं. इसलिए उनको हालात के बारे में सही जानकारी नहीं होती है. जलदाय विभाग की बोरिंग खराब हो रही है.

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बोरिंग हो रही है खराब

अलवर में बोरिंग लगातार खराब हो रही है. पानी का स्तर नीचे जा रहा है. ऐसे में जलदाय विभाग व सरकार को स्थाई समाधान करने की आवश्यकता है. पानी की समस्या एक विकराल रूप ले रही है. यही हालात रहे तो पानी की बूंद बूंद के लिए आपस में लड़ाई होंगी.

ग्रामीण क्षेत्र में हालात ज्यादा खराब

जिले के ग्रामीण क्षेत्र में हालात ज्यादा खराब है. बहरोड़ नीमराना कठूमर मुंडावर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पानी के हालात भयावह हैं. पानी के लिए लोग एक गांव से दूसरे गांव में जाते हैं. कुछ जगह तो बोरिंग में ट्यूबवेल की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को खासी दिक्कत हो रही है. पानी की समस्या को लेकर लोग कई बार अपनी बात रख चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है.

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