अलवर. विश्व बाघ दिवस पर अलवर में लिवारी स्थित सीसीएफ ऑफिस में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें सरिस्का को बेहतर बनाने का फैसला लिया गया. कार्यक्रम में सरिस्का में जंगल को बचाने, वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने, सरिस्का के बीच से गुजरने वाले हाईवे पर एलिवेटेड रोड बनाने सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.
सरिस्का एक बार बाघ विहीन हो चुका है. उसके बाद पहली बार देश में बाघों को एयरलिफ्ट कर सरिस्का लाया गया और उनका कुनबा फिर से बसाया गया. सरिस्का में इस समय 10 बाघिन, 6 बाघ व 7 शावक हैं. लगातार यहां बाघों का कुनबा बढ़ रहा है, लेकिन अब तक सरिस्का में जो कमियां रहीं या ये कहें कि सरिस्का को बेहतर बनाने में वन विभाग व सरिस्का प्रशासन का जो फेल्योर रहा है उसको लेकर सरिस्का प्रशासन ने कई अहम फैसले लिए हैं.
विश्व बाघ दिवस पर अलवर में एक कार्यक्रम हुआ. इसमें जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया, पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम, अलवर के सीसीएफ आरएन मीणा, डीएफओ सुदर्शन शर्मा, डीएफओ अलवर एके श्रीवास्तव सहित वन विभाग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर सरकार की ओर से बनाई गई कमेटी के पदाधिकारी भी रहे.
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बैठक में अब तक वन विभाग में सरिस्का प्रशासन की क्या लापरवाही रही है, किन चीजों में विभाग फेल रहा समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई. सरिस्का के सीसीएफ आरएन मीणा ने कहा कि जंगल में बाघों की संख्या बढ़ सके और देश-विदेश के पर्यटक यहां घूमने आएं, इस दिशा में कार्य किए जाएंगे. वन्य जीवों के लिए सरिस्का सुरक्षित स्थान हो इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं.
सरिस्का के बीच से गुजरने वाले जयपुर हाईवे पर एलिवेटेड रोड बनाने, नए रूट खोलने, बाघों की संख्या बढ़ाने सहित कई मुद्दों पर प्रस्ताव मुख्यालय भेजा जाएगा. सरिस्का प्रशासन की तरफ से भी कई कदम उठाए जाएंगे.