अलवर. कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ रहा है. पहले वाले संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने सभी मंदिरों को कुछ दिन पहले ही बंद करा दिया था. इस बार नवरात्रों की पूजा भी लोग नहीं कर पा रहे हैं. सभी शहर लॉकडाउन हैं. पुलिस व प्रशासन की तरफ से सख्ती बढ़ती जा रही है. इसलिए लोग घरों से भी बाहर नहीं निकल रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ बाजार बंद होने के कारण लोगों को सामान भी नहीं मिल रहा है. ऐसे में इस बार लोग गणगौर पूजन भी नहीं कर सकेंगे. बाजार में बनी बनाई गणगौर की मूर्तियां बिक रही हैं, लेकिन कोई खरीदार नहीं है. गणगौर बेचने वाले एक व्यापारी ने बताया कि पूरे दिन में एक ग्राहक नहीं आया है. ऐसे में अगर गणगौर नहीं बिकी तो इस साल उनको आय नहीं हो पाएगी.
पढ़ें- खाद्य सामग्री में कमी नहीं आने दी जाएगी, कोई भी भूखा नहीं सोएगा : रमेश चंद मीणा
प्रशासन की तरफ से मजदूरी करने वाले लोगों की हर संभव मदद करने की बात कही जा रही है. ऐसे में देखना होगा कि लोगों की कितनी जरूरत पूरी हो पाती है और महिलाएं गणगौर पूजन कैसे करती हैं. वैसे आमतौर पर गणगौर के मौके पर अलवर के सागर जलाशय के पास सिटी पैलेस में सवारी निकाली जाती है, वो भी कोरोना वायरस के चलते नहीं निकलेगी. दूसरी तरफ गणगौर का पूजन आसपास की कई घरों की महिलाएं मिलकर करती हैं. लेकिन इस बार महिलाओं को अपने घरों में उपलब्ध संसाधनों के अनुसार गणगौर का पूजन करना पड़ेगा.