अलवर. जिले में लगातार पानी (water problem in Alwar) का संकट गहराता जा रहा है. लोगों को पीने के लिए पार्यप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. पूरे शहर में दो दिनों में एक बार पानी की सप्लाई की जा रही है. वहीं कुछ पुराने मोहल्लों और कृषि कॉलोनियों में हालात खराब होते जा रहे हैं. इससे आक्रोशित लोग धरना प्रदर्शन भी कर रहे हैं, लेकिन अबतक पानी की समस्या का हल नहीं निकला है.
ऐसे में आज पानी की समस्या को लेकर शहर के वार्ड नंबर 28 के निवासी कलेक्ट्रेट पहुंच गए. जहां उन्होंने कलेक्टर ऑफिस (protest at Alwar Collectorate) के बाहर धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. स्थानीय निवासी ने बताया कि डेढ़ से पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है. कई बार यह समस्या जलदाय विभाग के अधिकारियों के समक्ष रख चूके हैं, लेकिन इसको लेकर अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. अधिकारियों से केवल झूठा आश्वासन मिलता है. हर रोज पानी को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान कलेक्टर मौजूद नहीं थे.
मामले की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम राकेश कुमार व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी व जलदाय विभाग के अधिकारियों को तुरंत समस्या का समाधान करने के आदेश दिए. उसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने लोगों को जल्द ही पानी की समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद लोगों ने धरना समाप्त किया. वहां मौजूद लोगों ने कहा कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तो अगले सप्ताह फिर से कलेक्ट्रेट में के बाहर धरना देंगे.
गौरतलब है कि जिले में पानी का संकट गहराता जा रहा है. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलता है. पूरे शहर में दो दिनों में एक बार पानी सप्लाई होता है, जबकि कुछ पुराने मोहल्लों व कृषि कॉलोनियों में हालात ज्यादा खराब हैं. सर्दियों के मौसम में पानी के लिए लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में साफ है कि गर्मियों के मौसम में हालात कितने खराब होते हैं.
जलदाय विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो लगातार अलवर में भूमिगत जल स्तर में भी गिरावट हो रही है. सरकारी ट्यूबवेल खराब हो रहे हैं. यही हालात रहे तो आने वाले सालों में लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिलेगा. उसके बाद भी प्रशासन और सरकार की तरफ से कोई स्थाई समाधान नहीं निकाला जा रहा है.