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बाघिन के डर से अलवर के इस गांव में रात भर जाग रहे लोग - Tigress in alwar

अलवर के एक छोटे से गांव में रहने वाले लोग इन दिनों बाघिन के डर से रात भर जाग रहे हैं. इतना ही नहीं ग्रामीण मजबूरी में खुद मिलकर पहरेदारी कर रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा कई बार वन विभाग के अधिकारियों को बाघिन की गांव में आने की जानकारी दी गई. लेकिन अभी तक ग्रामीणों को कोई मदद नहीं मिली है.

अलवर सिरिस्का वन क्षेत्र, अलवर के गांव में बाघिन, tigress in village of Alwar, Alwar Siriska Forest Area
बाघिन के डर से जाग रहे लोग
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Published : Nov 21, 2020, 7:11 AM IST

अलवर. वैसे तो अलवर जिले के सरिस्का, थानागाजी, बानसूर सहित विभिन्न क्षेत्र के गांव में बघेरे, बाघ और पैंथर सहित कई तरह की जंगली जानवरों के आने की सूचना मिलती रहती है. कई बार जंगली जानवर लोगों पर हमला कर चुके हैं. इसके अलावा सरिस्का थानागाजी क्षेत्र में आए दिन ग्रामीणों के जानवर ग्रामीणों पर हमले के मामले सामने आते हैं.

बाघिन के डर से जाग रहे लोग

लेकिन इस बार अलवर के बानसूर क्षेत्र के कल्याणपुरा पंचायत के लॉज गांव में ग्रामीण परेशान हैं. बाघिन एसटी10 तीन बार गांव में पहुंच चुकी है. ग्रामीणों द्वारा खेत में काम करते समय बाघिन को देखा गया है. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी, लेकिन अभी तक वन विभाग के अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया है. ऐसे में मजबूरी में परेशान ग्रामीण रात भर जागते हैं, खुद मिलकर गांव में पैहरा देते हैं.

ग्रामीणों ने कहा कि खेत में काम करने वाले कई लोग बाघिन को देख चुके हैं. लेकिन वन विभाग की तरफ से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. बाघिन गांव में मवेशियों को अपना शिकार बना रही है. ऐसे में ग्रामीणों ने सुरक्षा की गुहार लगाई है.

ये पढ़ें: मथुरा-आगरा रूट की ट्रेनें एक माह तक अलवर रेल मार्ग से होंगी संचालित

वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मामले पर लगातार नजर रखी जा रही है. बाघ व बाघिन की मॉनिटरिंग बढ़ाई गई है. साथ ही ग्रामीणों को भी शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है.

बता दें कि सारिस्का से सटे गांव लॉज में शावकों के आवागमन से भी ग्रामीण डरे हुए हैं. पहले भी ग्रामीण वन विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं. ग्रामीणों द्वारा तिजारा के रुन्द क्षेत्र में विस्थापन की मांग की गई है. जिसमें आधे लोगों को शिफ्ट कर दिया गया है. जबकि अन्य ग्रामीण खासे परेशान हैं.

अलवर. वैसे तो अलवर जिले के सरिस्का, थानागाजी, बानसूर सहित विभिन्न क्षेत्र के गांव में बघेरे, बाघ और पैंथर सहित कई तरह की जंगली जानवरों के आने की सूचना मिलती रहती है. कई बार जंगली जानवर लोगों पर हमला कर चुके हैं. इसके अलावा सरिस्का थानागाजी क्षेत्र में आए दिन ग्रामीणों के जानवर ग्रामीणों पर हमले के मामले सामने आते हैं.

बाघिन के डर से जाग रहे लोग

लेकिन इस बार अलवर के बानसूर क्षेत्र के कल्याणपुरा पंचायत के लॉज गांव में ग्रामीण परेशान हैं. बाघिन एसटी10 तीन बार गांव में पहुंच चुकी है. ग्रामीणों द्वारा खेत में काम करते समय बाघिन को देखा गया है. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी, लेकिन अभी तक वन विभाग के अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया है. ऐसे में मजबूरी में परेशान ग्रामीण रात भर जागते हैं, खुद मिलकर गांव में पैहरा देते हैं.

ग्रामीणों ने कहा कि खेत में काम करने वाले कई लोग बाघिन को देख चुके हैं. लेकिन वन विभाग की तरफ से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. बाघिन गांव में मवेशियों को अपना शिकार बना रही है. ऐसे में ग्रामीणों ने सुरक्षा की गुहार लगाई है.

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वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मामले पर लगातार नजर रखी जा रही है. बाघ व बाघिन की मॉनिटरिंग बढ़ाई गई है. साथ ही ग्रामीणों को भी शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है.

बता दें कि सारिस्का से सटे गांव लॉज में शावकों के आवागमन से भी ग्रामीण डरे हुए हैं. पहले भी ग्रामीण वन विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं. ग्रामीणों द्वारा तिजारा के रुन्द क्षेत्र में विस्थापन की मांग की गई है. जिसमें आधे लोगों को शिफ्ट कर दिया गया है. जबकि अन्य ग्रामीण खासे परेशान हैं.

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